
अगर आप भारतीय रेल में सफर करते हैं तो आपको पता होगा कि यहां ट्रेनें कैसे चलती हैं. देरी की बात मिनटों में नहीं बल्कि घंटों में की जाती है. आमतौर पर यही होता है कि आप अपने समय से प्लेटफॉर्म पर पहुंच जाते हैं और तभी घोषणा होती है कि उक्त ट्रेन 12 घंटे की देरी से चल रही है. कुछ देर बाद 12 घंटे 20 घंटों में बदल जाते हैं और ट्रेन रद्द कर दी जाती है.
घोषणा करने वाली महिला असुविधा के लिए खेद है बोलकर माइक बंद कर देती है लेकिन ये असुविधा एक दिन या एक ट्रेन की तो है नहीं. लेकिन अगर बात जापान की करें तो यहां 5 मिनट की देरी के लिए भी संबंधित अधिकारी माफी मांगते हैं.
ट्रेन के लेट हो जाने पर सफर कर रहे हर यात्री को ट्रेन लेट हो गई थी इस बात का सर्टिफिकेट दिया जाता है. हर स्टेशन पर एक अधिकारी ट्रेन के भीतर आकर लेट हो रही सवारियों से माफी मांगता है.
आपको जानकर यकीन नहीं होगा लेकिन जापानी ट्रेन के लेट होने का औसत 0.9 मिनट प्रति ट्रेन है.