
2012 में केरल तट के पास दो भारतीय मछुआरों को मारने के आरोपी इटली के दो मरीन्स में से एक मासीमिलानो लातोरे को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल गई है. सुप्रीम कोर्ट ने लातोरे को 30 अप्रैल तक इटली में ही रहने की इजाजत दे दी है.
दोनों पक्षों को अंतरराष्ट्रीय संगठन की सलाह
सुप्रीम कोर्ट ने इतालवी नौसैनिकों द्वारा दो भारतीय मछुआरों की हत्या के मामले पर लगे स्टे को बढ़ा दिया. इस मामले पर तभी से रोक लगी है, जब संयुक्त राष्ट्र द्वारा गठित अंतरराष्ट्रीय संगठन ने भारत और इटली से कार्यवाही पर रोक की मांग की थी. संयुक्त राष्ट्र द्वारा गठित इंटरनेशनल ट्रिब्यूनल फॉर द लॉ ऑफ द सी (ITLOS) ने अगस्त में भारत और इटली से बीच का रास्ता निकालने को कहा था.
मेडिकल ग्राउंड के आधार पर राहत
इतालवी मरीन को मेडिकल ग्राउंड के आधार पर यह राहत मिली है. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने सितंबर 2014 में लातोरे को ब्रेन हैमरेज होने पर चार महीने के लिए इटली जाने की इजाजत दी थी. बाद में उसके इटली प्रवास की अवधि और बढ़ा दी गई.
भारत नहीं लौटेगा लातोरे
इससे पहले बुधवार को इतालवी सीनेट की रक्षा समिति प्रमुख के हवाले से खबर आई थी कि लातोरे भारत नहीं लौटेगा. इटली की संवाद समिति आंसा ने सांसद निकोला लातोरे के हवाले से कहा कि लातोरे तो भारत नहीं जाएगा और सल्वातोरे गिरोन को इटली वापस लाने के अनुरोध पर काम किया जा रहा है.
भारत में है दूसरा आरोपी
मरीन केस का दूसरा आरोपी सल्वातोरे गिरोन अभी भारत में है. बुधवार को लातोरे के भी इटली में रहने की अवधि खत्म हो रही थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने लातोरे को और समय इटली में बिताने की इजाजत दे दी है.
दो भारतीय मछुआरों की हत्या
15 फरवरी 2012 को केरल तट के पास दो भारतीय मछुआरों को मार दिया गया था. इटली के इन्हीं 2 मरीन्स पर आरोप है कि उन्होंने समुद्री डाकू समझकर मछुआरों को मार दिया था.