
राजस्व विभाग में प्रमोशन और तबादले अक्सर चलते ही रहते हैं. सोमवार को भी कम से कम 12 अधिकारियों को कस्टम विभाग से सेंट्रल एक्साइज में, सेंट्रल एक्साइज से कस्टम विभाग में, कस्टम से सर्विस टैक्स विभाग आदि में ट्रांसफर कर दिया गया.
इस सूची में जो नाम सबसे हैरान करता है, वो है एडिश्नल कमिश्नर ऑफ कस्टम्स मिलिंद लांजेवर का. लांजेवर उन सीनियर कस्टम अधिकारियों में से एक हैं, जिन्हें मुंबई एयरपोर्ट पर सबसे ज्यादा मात्रा में अवैध सोने(गोल्ड) को पकड़ने के लिए जाना जाता है.
लेकिन हाल ही में लांजेवर पर सोने के तस्करों और भ्रष्टाचार के अन्य गंभीर आरोप लगे हैं. सेंट्रल एक्साइज सुप्रीटेंडेंट एसोसिएशन(CESA) मुंबई ने सेंट्रल बोर्ड ऑफ एक्साइज एंड कस्टम्स(CBEC) के चेयरमेन को एक लिखित शिकायत भेजकर लांजेवर के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा था. इससे पहले नवंबर में एडवोकेट सैयद एजाज नकवी ने लांजेवर और दो अन्य अधिकारियों के खिलाफ सेंट्रल विजिलेंस कमिशन में शिकायत दर्ज कराई थी.
24 दिसंबर 2015 को इंडिया टुडे ने सबसे पहले उस चिट्ठी का खुलासा किया था, जिसमें ये आरोप लगाया गया था कि किस तरह सीनियर कस्टम अधिकारी(लांजेवर सहित) मुंबई के छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भ्रष्टाचार में लिप्त हैं. चिट्ठी में इस बात का जिक्र था कि ये अधिकारी एयरलाइंस और उनके स्टाफ से अनावश्यक काम लेते हैं, अपने निजी फायदों के लिए अपने पदों का गलत इस्तेमाल करते हैं और अपने पसंदीदा या करीबी लोगों को गैर-कानूनी मदद दिलाते हैं.
इस खबर का असर हुआ और 25 जनवरी, 2016 को चीफ कमिश्नर ऑफ कस्टम मुंबई जोन-1 के ऑफिस ने एक आदेश जारी किया, जिसमें अधिकारियों का तुरंत तबादला करने की बात थी.
इस आदेश में लिखा था, '25 जनवरी 2016 को मुंबई जोन के कस्टम्स/सर्विस टैक्स और सेंट्रल एक्साइज के सभी प्रमुखों की मीटिंग में ये फैसला लिया गया. कस्टम्स/सर्विस टैक्स और सेंट्रल एक्साइज के एडिशनल/जॉइंट कमिश्नरों को ट्रांस्फर और पोस्टिंग तुंरत प्रभाव से लागू करने का आदेश है. अधिकारियों को 27 जनवरी से पहले अपनी-अपनी पोस्टिंग पर लगा दिया जाना चाहिए.'
मिलिंद लांजेवर का तबादला मुंबई कस्टम्स, जोन-3 से मुंबई सेंट्रल एक्साइज जोन-3 कर दिया गया है. उन्होंने मोहम्मद शमशाद आलम की जगह ली है.
लांजेवर ने इंडिया टुडे के साथ बात करते हुए इस खबर की पुष्टि की है. उन्होंने कहा, 'हां. कुल 12 लोगों का ट्रांसफर हुआ है और मैं उनमें से एक हूं. मेरा दो साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है और तस्करी के मामलों की वजह से मुझे एक्सटेंशन मिला है. मैंने अपना काम पूरा कर लिया है और अब कस्मट एक्साइज में जाने के लिए खुश हूं.'
कस्टम्स के प्रिंसिपल कमिश्नर एपीएस सूरी ने इंडिया टुडे से कहा, 'कस्टम्स, एक्साइज और सर्विस टैक्स के चीफ कमिश्नरों की कमेटी ने चार जॉइंट/एडिश्नल कमिश्नरों और करीब 8 असिस्टेंट कमिश्नरों को रोटेट और ट्रांसफर किया है. कमेटी द्वारा ट्रांसफर किए गए अधिकारियों में से मिलिंद भी एक हैं.'
सूत्रों का कहना है कि CVC और CBEC के पास व्हिसलब्लोअर और कस्टम अधिकारियों की तरफ से कई बार शिकायतें आने के बाद एक आंतरिक जांच शुरू की गई थी. CBEC के चेयरमेन ने इस जांच के निर्देश दिए थे, जिसके बाद अधिकारियों के तबादलों की उम्मीद की जा रही थी.