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शीना केस: इंद्राणी और ड्राइवर श्यामवर को 21 तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा गया

शीना हत्याकांड में आरोपी इंद्राणी मुखर्जी और ड्राइवर श्यामवर राय की सोमवार को बांद्रा कोर्ट में पेशी हुई और अदालत ने दोनों को 21 सितंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया. तीसरे आरोपी संजीव खन्ना की सोमवार को कोर्ट में पेश नहीं हहुई क्योंकि पु‍लिस उन्हें कोलकाता ले जा चुकी है.

तीन साल पहले हुई थी शीना की हत्या तीन साल पहले हुई थी शीना की हत्या
aajtak.in
  • मुंबई,
  • 07 सितंबर 2015,
  • अपडेटेड 5:46 PM IST

शीना हत्याकांड में आरोपी इंद्राणी मुखर्जी और ड्राइवर श्यामवर राय की सोमवार को बांद्रा कोर्ट में पेशी हुई और अदालत ने दोनों को 21 सितंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया. तीसरे आरोपी संजीव खन्ना की सोमवार को कोर्ट में पेश नहीं हहुई क्योंकि पु‍लिस उन्हें कोलकाता ले जा चुकी है.

देश की सबसे उलझी हुई मर्डर मिस्ट्री शीना हत्याकांड को सुलझाने में मुंबई पुलिस के भी पसीने छूट रहे हैं. 13 दिन, 200 घंटे और 3 मुलजिमों के अलावा कई अन्य लोगों से पूछताछ के बाद भी पुलिस के हाथ कोई खास सुराग नहीं लगा है.  सोमवार को तीनों आरोपियों की रिमांड खत्म हो रही है और पुलिस उन्हें कोर्ट में पेश करेगी.

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पुलिस मे मुंबई रायगढ़, गुवाहाटी से लेकर कोलकाता तक तफ्तीश की लेकिन इसके बाद भी इस हाईप्रोफाइल मर्डर केस की गुत्थी उलझी हुई है. हालात ये है कि तमाम कोशिशों के बावजूद स्मार्ट कही जाने वाली मुंबई पुलिस पांच मोर्चों पर बेबस नजर आ रही है. पुलिस ने इस केस की तफ्तीश में अपनी सारी ताकतें झोंक दीं. यहां तक कि पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया भी पूछताछ में शामिल रहे लेकिन इसके बाद भी शीना मर्डर की गुत्थी उलझी हुई है.

सोमवार को एक बार फिर पुलिस आरोपितों को कोर्ट में पेश कर उनकी रिमांड हासिल करने का प्रयास करेगी. बीते 13 दिनों की पूछताछ के बावजूद पुलिस के हाथ ठोस सबूत नहीं लगे हैं और मुंबई पुलिस के रास्ते अब भी ये 5 मुश्किलें मुंह बाए खड़ी हैं...

मुश्किल नंबर 1: कत्ल का मकसद
13 दिन की तफ्तीश और मुलजिमों से पूछताछ के बाद भी मुंबई पुलिस इस नतीजे पर नहीं पहुंची है कि शीना के कत्ल का मकसद क्या है. बस अटकलें ही हैं कि शीना की हत्या या तो रिश्तों में कड़वाहट की वजह से हुई या फिर पैसे की वजह से. ब्लैकमेलिंग एंगल को लेकर भी कयास लगते रहे लेकिन पुख्ता तौर पर कुछ भी सामने नहीं आया जबकि कत्ल साबित करने के लिए मकसद का होना निहायत जरूरी है.

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मुश्किल नंबर 2: कबूलनामा
मुंबई पुलिस ने शीना की मां इंद्राणी, उसके पूर्व पति संजीव खन्ना और ड्राइवर को मुलजिम तो बना लिया लेकिन अब तक किसी ने हत्या की बात नहीं कबूली है. सूत्रों के मुताबिक, संजीव खन्ना और ड्राइवर श्यामवर राय ने जुबान तो जरूर खोली लेकिन दोनों ने इंद्राणी को ही कातिल ठहराया जबकि इंद्राणी लगातार इस बात को नकारती रही है कि उसने शीना को मारा है.

मुश्किल नंबर 3: चश्मदीद
शीना मर्डर केस हाइप्रोफाइल केस है. इसकी कड़ी मीडिया टायकून रहे पीटर मुखर्जी परिवार से जुड़ी है लेकिन सबसे अहम बात है कि इस मामले में पुलिस को अब तक कोई चश्मदीद नहीं मिल पाया. पुलिस के मुताबिक, कत्ल 24 अप्रैल 2012 को मुंबई में हुआ और अगले दिन लाश को मुंबई से करीब 70 किलोमीटर दूर रायगढ़ के जंगलों में ठिकाने लगाया गया लेकिन इन दो दिनों और 70 किलोमीटर के दायरे में कोई शख्स ऐसा नहीं मिला जो दावा कर सके कि वो गुनाह का गवाह है. और तो और कोई सीसीटीवी फुटेज भी नहीं है जो उनका गुनाह साबित कर सके.

मुश्किल नंबर 4: पैसे का लेन-देन
पिछली बार पुलिस रिमांड मांगते वक्त पुलिस ने दलील दी थी कि पैसे के लेन-देन को लेकर पूछताछ करना है लेकिन पुलिस अब तक कोई ऐसा ट्रांसजेक्शन साबित नहीं कर पाई जो इसे कत्ल की कड़ी से जोड़ सके. हत्या के मकसद को जोड़ते पैसे का कोई मामला भी सामने नहीं आया है.

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मुश्किल नंबर 5: तीन साल पुराना केस
मुंबई पुलिस के सामने सबसे बड़ी मुश्किल केस का तीन साल पुराना होना है. इन तीन सालों में काफी पानी सिर के ऊपर से बह गया. कई अहम सबूत नष्ट हो गए और कई नष्ट कर दिए गए. मुश्किलें इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट से डाटा निकालने में भी आ रही है.

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