
सोनार से सुसज्जित नौसैनिक सर्वेक्षण जहाज को आठ जून को तमिलनाडु के पास लापता हुए तट रक्षक डॉर्नियर विमान से सिग्नल मिले हैं. कोस्ट गार्ड (पूर्व) चेन्नई के कमांडर महानिरीक्षक एसपी शर्मा ने बताया, 'INS संध्यक ने लापता विमान से सिग्नल पाए हैं. सिग्नल विमान से मिल हैं जिसमें सोनार लोकेटिंग बीकन है और यह 30 दिन तक सिग्नल भेज सकता है.
संध्यक ने 11 और 12 की दरमियानी रात में करइक्कल-कुड्डालोर तटरेखा पर संचालन शुरू किया था. जहाज के सोनार ने सागर में गहराई तक सिग्नल भेजे और विमान से सिग्नल हासिल किए.
शर्मा ने कहा, 'लापता विमान के स्थान का ठीक-ठीक पता लगाने के लिए और जांच करने की जा रही है. डॉर्नियर विमान नियमित समुद्री टोही उड़ान के बाद लापता हो गया. इस पर चालक दल के तीन सदस्य मौजूद थे. तटरक्षक बल और भारतीय नौसेना के जहाज तटरक्षक बल के लापता विमान को संभावित क्षेत्र में खोजने के लिए बीते लगभग 110 घंटों से लगे हैं.
समुद्र में कई जगहों पर दिखा तेल
बयान में कहा गया कि संभावित क्षेत्र में कई रंगों का तेल देखा गया जिससे तेल रिसाव के संकेत मिलते हैं. तेल के नमूने जांच के लिए लैब में भेजे गए हैं. गुरुवार को IOC द्वारा इसी तरह के नमूने की जांच की गई थी, लेकिन उसमें केवल समुद्री पानी मिला. तटरक्षक बल ने कहा कि समुद्री गहराई में तलाशी के लिए पनडुब्बी INS सिंधुध्वज के देर शाम इस क्षेत्र में पहुंचने की संभावना है.
इसके अलावा, राष्ट्रीय सागर प्रौद्योगिकी संस्थान ने अपने जहाज सागर निधि को इस अभियान के लिए भेजा है और इसके रविवार तक इस क्षेत्र में पहुंचने की संभावना है. तटरक्षक बल ने बयान में कहा कि लापता विमान की खोज में तटरक्षक बल और नौसेना के 10 जहाज और दो विमान लगे हैं.
-इनपुट भाषा