
झारखंड की राजधानी रांची में शुक्रवार को तिहरे हत्याकांड से सनसनी फैल गई. हत्या की इस वारदात को अंजाम देने वाला कोई पेशेवर अपराधी नहीं, एक पुलिसकर्मी था. पुलिसकर्मी ने अपने ही हाथों से अपना ही परिवार उजाड़ दिया. पुलिसकर्मी ने अपनी पत्नी, पुत्री और पुत्र को हथौड़े से वार कर मार डाला और इसके बाद खुद भी जान देने की कोशिश की.
उसे घायल हालत में रांची के रिम्स में भर्ती कराया गया है, जहां उसका उपचार चल रहा है. बताया जाता है कि घटना के समय आरोपी पुलिसकर्मी नशे में धुत था. आरोपी ब्रजेश तिवारी पुलिस की स्पेशल ब्रांच में ड्राइवर के पद पर तैनात था. मूल रूप से पलामू जिले का रहने वाला ब्रजेश अपने परिवार के साथ बड़गाईं इलाके के चंद्रगुप्त नगर में किराए के मकान में रहता था. करीब 10 घंटे बाद मौके पर एफएसएल की टीम पहुंची और जांच शुरू कर दी है.
यह भी पढ़ें- शादी के बाद भी युवती के पीछे लगा था शख्स, कुएं में मिली लाश
जानकारी के अनुसार शुक्रवार को नशे में धुत होकर घर लौटे 40 साल के ब्रजेश का किसी बात को लेकर 35 साल की पत्नी रिंकी देवी से विवाद हो गया. कहासुनी इतनी बढ़ गई कि ब्रजेश ने हथौड़ा उठाकर पत्नी पर वार कर दिया. मां को पिटता देख बच्चे बचाने के लिए दौड़ पड़े. बच्चों ने मां को बचाने की कोशिश की, लेकिन ब्रजेश के सर पर मानों खून सवार था.
यह भी पढ़ें- सागर ट्रिपल मर्डरः शराब की लत महंगे कपड़े, बस इसी शौक ने उसे कातिल बना दिया
ब्रजेश ने अपनी 15 साल की बेटी खुश्बू और 10 साल के बेटे बादल को भी नहीं बख्शा. ब्रजेश ने अपने दोनों बच्चों पर भी हथौड़े से ताबड़तोड़ वार कर उन्हें भी मार डाला. वारदात को अंजाम देने के बाद ब्रजेश ने खुद रांची के ही पंडरा इलाके में रहने वाली अपनी बहन को फोन कर तीनों की हत्या करने की जानकारी दी.
पत्नी के शव के पास बैठा था
सूचना पाकर सन्न बहन परिजनों के साथ जब मौके पर पहुंची तब रात के 12 बजे ब्रजेश बेड पर पत्नी के शव के पास बैठा था. वहीं दोनों बच्चों का शव जमीन पर पड़ा था. बहन ने घटना की जानकारी पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाने के साथ ही घायल ब्रजेश को उपचार के लिए रिम्स पहुंचाया. पुलिस ने कमरे को सील कर दिया है.
कभी नहीं सुनने को मिली झगड़े की आवाज
इस घटना के बाद मकान मालिक बलदेव साहून ने बताया कि दोनों पति-पत्नी के बीच झगड़े की आवाज कभी सुनने को नहीं मिली. उन्होंने बताया कि जब वे ब्रजेश के कमरे में पहुंचे तो वहां शराब की बोतल, चूहा मारने की दवा पड़ी हुई थी. साहू ने बताया कि ब्रजेश का परिवार दो साल से यहां रह रहा था. उन्होंने आशंका जताई कि आरोपी ने पत्नी और बच्चों को पहले कुछ ऐसी दवाई खिलाई होगी जिससे वे बेसुध हो गए होंगे और फिर हथौड़े से वारदात को अंजाम दिया होगा.