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दिल्ली: दो भाइयों ने लड़की को 35 बार चाकुओं से गोदकर मार डाला

दिल्ली के आनंद पर्बत में गुरुवार को दो लड़कों ने पूरे मोहल्ले के सामने लड़की को दौड़ा दौड़ाकर 35 बार चाकुओं से गोदा. वो वार के साथ चीखती रही और मदद की भीख मांगती रही. लेकिन उसकी हर चीख के साथ मोहल्ले के खिड़की-दरवाजे बंद होते रहे. अंत में लड़की ने वहीं दम तोड़ दिया.

लड़कों ने तीन साल पुरानी रंजिश का बदला लिया लड़कों ने तीन साल पुरानी रंजिश का बदला लिया
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 19 जुलाई 2015,
  • अपडेटेड 2:04 AM IST

दिल्ली के आनंद पर्बत में गुरुवार को दो लड़कों ने पूरे मोहल्ले के सामने लड़की को दौड़ा दौड़ाकर 35 बार चाकुओं से गोदा. वो वार के साथ चीखती रही और मदद की भीख मांगती रही. लेकिन उसकी हर चीख के साथ मोहल्ले के खिड़की-दरवाजे बंद होते रहे. अंत में लड़की ने वहीं दम तोड़ दिया.

भरे मोहल्ले में दो लड़कों ने की हत्या
19 साल की मीनाक्षी घर का सामान लाने के बाहर निकली थी. इस दौरान आरोपी जय प्रकाश उसके भाई इलू और मां शशि ने उसक रास्ता रोक लिया. शशि ने मीनाक्षी के बाल पकड़ लिए. उस पर दो बार चाकू से हमला किया. वह जैसे- तैसे खुद को छुड़ाकर घर के पास चीखती-पुकारती हुई भागते हुए आई. घर के ठीक सामने जय प्रकाश और इलू ने उसे पकड़ लिया. दोनों ने ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दी.

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मीनाक्षी की मां पर भी किया हमला
बेटी के हमलावरों से घिरे होने के बावजूद जब मां ने किसी को मदद के लिए सामने आते नहीं देखा, तो खुद ही आगे बढ़ कर अपनी गुड़िया की ज़िंदगी बचा लेने की कोशिश करने लगी. मां ने कातिलों के हाथ भी जोड़े और फरियाद भी की. लेकिन नफ़रत की आग में झुलसते हमलावरों को ना तो मीनाक्षी पर तरस आया और ना ही उसकी मां पर कोई दया आई. नतीजा ये हुआ कि चंद मिनटों में भरे मोहल्ले के बीच दोनों मां-बेटी लुहूलुहान पड़े थे और हमलावर फरार हो चुके थे. बाद में अस्पताल पहुंचाई गई मां को तो शुरुआती इलाज के बाद छुट्टी मिल गई. लेकिन बेटी इतने चाकुओं के वार नहीं झेल सकी. अस्पताल से उसकी लाश ही बाहर आई.

पुरानी रंजिश में की गई हत्या
दरअसल, मीनाक्षी के घरवालों ने पड़ोस के शोहदों के खिलाफ तीन साल पहले ही पुलिस से शिकायत की थी. लेकिन पुलिस ने जो किया, उसे मामला सुलझने की बजाय और बिगड़ गया.

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15 अक्टूबर 2013 को मीनाक्षी की मां ऊषा ने आनंद पर्बत थाने में शिकायत की थी जिसमें उन्होंने पड़ोस की रहनेवाली एक महिला शशि और उसके दो बेटों जय प्रकाश उर्फ सन्नी और ईलू के खिलाफ शिकायत की थी. इस शिकायत की मानें तो ये दोनों भाई मीनाक्षी को कोई चंद दिनों से नहीं, बल्कि लंबे वक्त से परेशान कर रहे थे. कभी वो बीच रास्ते मीनाक्षी पर फब्तियां कसते, कभी जान से मार देने की धमकी देते तो कभी तेजाब से चेहरा जला देने की बात कहते.

लेकिन पुलिस ने इन दोनों भाइयों को कुछ नहीं किया , अलबत्ता उनकी मां शशि को एक दिन के लिए जेल जरूर भेज दिया. इसका नतीजा ये हुआ कि उस दिन से सन्नी और ईलू दोनों ही मीनाक्षी और उसके घरवालों को और परेशान करने लगे. आए दिन दोनों परिवारों के बीच झगड़े शुरू हो गए. पड़ोसियों की मानें तो दोनों भाई ठीक उसी रोज से अपनी मां को जेल भेजे जाने का बदला लेने की बात कहते थे.

पुलिस की कई टीमों ने मिलकर आरोपियों को पकड़ा
पुलिस ने कातिलों की धरपकड़ के लिए कई टीमें बनाईं और आनन-फानन में सन्नी और ईलू को गिरफ्तार भी कर लिया. वैसे अब लोगों का कहना है कि अगर पुलिस ने पहले ही दोनों भाइयों के साथ सख्ती की होती, तो शायद ऐसी नौबत नहीं आती.

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