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इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के दो कर्मचारी लापता, PAK के सामने उठा मुद्दा

सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग के दो कर्माचरी पिछले दो घंटे से लापता हैं. उनकी तलाश की जा रही है. इसके साथ ही पाकिस्तान के जिम्मेदार अधिकारियों के सामने मामला उठाया गया है.

इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग (फाइल फोटो) इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग (फाइल फोटो)
मंजीत नेगी/अभि‍षेक भल्ला
  • नई दिल्ली,
  • 15 जून 2020,
  • अपडेटेड 1:11 PM IST

  • सीआईएसएफ के दो ड्राइवर लापता
  • पाकिस्तान के सामने भारत ने उठाया मसला

पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में दो भारतीय कर्मचारियों के लापता होने की खबर है. सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग के दो कर्मचारी पिछले दो घंटे से लापता हैं. उनकी तलाश की जा रही है. इसके साथ ही यह मामला पाकिस्तान के जिम्मेदार अधिकारियों के सामने उठाया गया है.

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बताया जा रहा है कि सीआईएसएफ के दो ड्राइवर ड्यूटी पर बाहर गए थे, लेकिन वह अपने गंतव्य स्थान तक नहीं पहुंचे हैं. आशंका जताई जा रही है कि कहीं उनका अपहरण तो नहीं कर लिया गया. ड्राइवर की तलाश की जा रही है. साथ ही पाकिस्तान सरकार को गुमशुदगी के बारे में बता दिया गया है.

भारतीय राजनयिकों को परेशान कर रहा पाकिस्तान, भारत ने जताया कड़ा विरोध

राजनयिक को की गई थी डराने की कोशिश

इस घटना से पहले खबर आई थी कि इस्लामाबाद में भारत के एक राजनयिक को डराने की कोशिश गई थी. आईएसआई एजेंट ने भारतीय राजनयिक का पीछा किया. उनकी जासूसी की. इस मामले को लेकर भारत ने कड़ा विरोध जताया था.

इस्लामाबाद में तैनात शीर्ष भारतीय राजनयिक गौरव अहलूवालिया को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के जरिए परेशान किए जाने का मामला सामने आया था. गौरव अहलूवालिया को डराने की कोशिश भी की जा रही थी. वहीं बाइक के जरिए गौरव अहलूवालिया का पीछा भी किया गया था.

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जासूसी करते पकड़े गए पाक उच्चायोग के दो अफसर, 24 घंटे में भारत छोड़ने का आदेश

जासूसी के आरोप में वापस भेजे गए थे दो पाकिस्तानी अफसर

इससे पहले भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के 2 वीजा सहायकों को हिरासत में लिया गया था. इन पर भारतीय सुरक्षा तैयारियों सहित आंतरिक सुरक्षा से जुड़ी सूचनाओं की जासूसी करने का आरोप था. पाकिस्तान के इन दोनों अफसरों को भारत ने पर्सोना-नॉन ग्रेटा घोषित किया था और वापस पाकिस्तान भेज दिया था.

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