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स्टैंडर्ड डिडक्शन तो दिया, फिर भी इस वजह से वेतनभोगियों को नहीं ज्यादा राहत

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने स्टैंडर्ड डिडक्शन की वापसी वेतनभो‍ग‍ियों के लिए कर दी है. वेतनभोगियों को उनकी सालाना इनकम पर 40 हजार रुपये तक स्टैंडर्ड डिडक्शन मिलेगा.

इनकम टैक्स के मोर्चे पर नहीं मिली ज्यादा राहत इनकम टैक्स के मोर्चे पर नहीं मिली ज्यादा राहत
विकास जोशी
  • नई दिल्ली,
  • 01 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 3:31 PM IST

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने स्टैंडर्ड डिडक्शन की वापसी वेतनभो‍ग‍ियों के लिए कर दी है. वेतनभोगियों को उनकी सालाना इनकम पर 40 हजार रुपये तक स्टैंडर्ड डिडक्शन मिलेगा. पहली नजर में आप यह सुनकर खुश हो सकते हैं, लेक‍िन इसे लाने के लिए सरकार ने आप से बहुत कुछ छीना भी है. इसके अलावा सेस में 1 फीसदी की बढ़ोतरी ने भी इस राहत को नाकाफी साबित कर दिया है.

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बजट  में क्या मिला

वित्त मंत्री अरुण  जेटली ने वेतनभोग‍ियों को स्टैंडर्ड ड‍िडक्शन की सौगात दी है. आपकी सालाना इनकम पर यह 40 हजार रुपये तक मिलेगा. आपको कितना स्टैंडर्ड ड‍िडक्शन मिलेगा, ये इस पर न‍िर्भर करेगा कि आप टैक्स स्लैब के किस दायरे में आते हैं.

बजट ने क्या छीना

बजट ने स्टैंडर्ड ड‍िडक्शन की सुविधा तो आपको दी है, लेक‍िन उसने आप से पहले मिल रहे मेडिकल अलाउंस व ट्रांसपोर्ट अलाउंस को वापस ले लिया है. पहले आपको हर महीने 15 हजार रुपये तक के मेडिकल बिल पर टैक्स बेनेफिट मिलता था. इसके अलावा आपको एक वित्तीय वर्ष में 19200 रुपये का ट्रांसपोर्ट  अलाउंस मिलता था. यह आप से वापस ले लिया गया है.

मिलेगा सिर्फ 10 हजार का फायदा

बजट भाषण में वित्त मंत्री ने कहा कि मौजूदा समय में वेतनभोगियों को 30 हजार रुपये का फायदा  इन अलाउंस से मिलता है. इसका मतलब है कि आपको सिर्फ 10 हजार रुपये का टैक्स बेनेफिट ही मिलेगा.

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लेक‍िन सेस को मत भूलिए

स्टैंडर्ड डिडक्शन के बूते आपको 10 हजार रुपये की राहत भले ही बताई जा रही हो, लेक‍िन सेस में जो बढ़ोतरी हुई है, उसे मत भूलिएगा. अब आपको 3 की जगह 4 फीसदी सेस देना होगा.

इन पर पड़ेगा सबसे ज्यादा असर

इस बदलाव का सबसे ज्यादा असर उन लोगों पर पड़ेगा, जिनकी आय 5 लाख रुपये से ज्यादा है. उनके लिए स्टैंडर्ड ड‍िडक्शन के तौर पर मिली राहत ना के बराबर है.

स्टैंडर्ड ड‍िडक्शन का क्या होगा फायदा

स्टैंडर्ड ड‍िडक्शन को लाने का फायदा यह होगा कि आपका पेपरवर्क कम होगा. इसके बाद आपको मेडिकल रिइंबर्समेंट हासिल करने के लिए बिल्स जमा करने का झंझट नहीं पालना पड़ेगा.

आयकर के मोर्चे पर भी राहत नहीं

वेतनभोगि‍यों की सबसे बड़ी उम्मीद थी कि उन्हें आयकर छूट की सीमा में राहत मिलेगी, लेक‍िन ऐसा हुआ नहीं. सरकार ने इसमें कोई बदलाव नहीं किया  है. इसे पहले के ही स्तर पर रखा गया है.

क्या होता है स्टैंडर्ड डिडक्शन

स्टैंडर्ड डिडक्शन आपकी आय का वो हिस्सा होता है, जिस पर आपको कोई टैक्स नहीं देना होता है. यही नहीं, इस छूट का फायदा उठाने के लिए आपको किसी भी तरह का दस्तावेज भी नहीं दिखाना होता है.

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