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बिलाल वानी का आतंक से कोई कनेक्शन नहीं, यूपी ATS ने दी क्लीन चिट

असीम अरुण ने बताया, 'वानी जो 7 जनवरी को दिल्ली-भोपाल शताब्दी में बिना टिकट यात्रा के दौरान मथुरा जीआरपी द्वारा पकड़ा गया था, उससे पूछताछ में कोई विपरीत तथ्य प्रकाश में नहीं आए हैं.

बिलाल अहमद वानी बिलाल अहमद वानी
तनसीम हैदर
  • नई दिल्ली,
  • 09 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 6:25 AM IST

यूपी के मथुरा से जम्मू-कश्मीर के रहने वाले जिस बिलाल अहमद वानी को आतंकी होने के शक में हिरासत में लिया गया था, वो बेकसूर निकला है. पूछताछ के बाद जांच एजेंसियों ने बिलाल को क्लीन चिट दे दी है.

वहीं, बिलाल के जो साथी पुरानी दिल्ली के अल राशिद होटल में रुके थे, उनमें से एक मुदस्सिर नकली नोटों के कारोबार से जुड़ा पाया गया है. जबकि तीसरे साथी अशरफ को भी क्लीन चिट दे दी गई है. यूपी एटीएस चीफ असीम अरुण ने सोमवार को खुद ये जानकारी साझा की.

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असीम अरुण ने बताया, 'बिलाल अहमद वानी जो 7 जनवरी को दिल्ली-भोपाल शताब्दी में बिना टिकट यात्रा के दौरान मथुरा जीआरपी द्वारा पकड़ा गया था और संदिग्ध आचरण कर रहा था, उससे पूछताछ में कोई विपरीत तथ्य प्रकाश में नहीं आए हैं. जिसके चलते उसे परिवारजनों के साथ अनंतनाग भेजा गया है. असीम अरुण ने बताया कि इस संबंध में जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर अग्रिम जांच की जा रही है.

बता दें कि 7 जनवरी की रात मथुरा के पास भोपाल शताब्दी से बिलाल अहमद वानी को हिरासत में लिया गया था. बिलाल बिना टिकट यात्रा कर रहा था. साथ ही जब उससे पूछताछ की गई तो उसका आचरण संदिग्ध पाया गया और उसे हिरासत में ले लिया गया. बिलाल से पूछताछ के बाद उसकी निशानदेही पर दो लोगों की तलाश में दिल्ली के होटलों में छापेमारी की गई. लेकिन तफ्तीश में पता चला कि दोनों संदिग्ध एक दिन पहले ही होटल से निकल गए हैं.

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अब जानकारी सामने आई है कि बिलाल जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग का रहने वाला है. वहां उसके परिवार का मेडिकल स्टोर है. बिलाल के साथ 2 अन्य कश्मीरी पुरुष भी दिल्ली में होटल में रुके थे. उनके नाम और पते भी सही पाए गए हैं. यूपी एटीएस के मुताबिक संदिग्धों का आतंकवाद से कोई कनेक्शन सामने नहीं आया है. हालांकि, हिरासत में लिए जाने के बाद किसी बड़े आतंकी हमले की साजिश की खबर आई थी.

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