
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने शनिवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की. इस दौरान मायावती ने सूबे में अपराध नियंत्रण करने और कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने का अनुरोध किया.
बसपा अध्यक्ष मायावती ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से कहा, 'सूबे में महिलाओं के खिलाफ अपराध लगातार बढ़ रहे हैं. महिला होने के नाते मैं इसको लेकर बेहद चिंतित हूं और आपसे अनुरोध है कि राज्यपाल होने के साथ ही आप एक महिला हैं. लिहाजा आप जनचिंता का उचित संज्ञान लेकर राज्य सरकार को सचेत करें.'
मायावती ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से कहा कि अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था को व्यापक जनहित में सामान्य बनाने के लिए जल्द से जल्द कदम उठाएं और दखल दें.' मायावती ने राज्यपाल से उस समय मुलाकात की है, जब उन्नाव गैंगरेप पीड़िता को जिंदा जलाकर मार डाला गया है. पीड़िता ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में अंतिम सांस ली थी.
राज्यपाल से मिलने के बाद क्या बोलीं मायावती?
मायावती ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात के बाद कहा कि उत्तर प्रदेश में आए दिन महिला के साथ उत्पीड़न, बलात्कार और हत्या की दिल दहलाने वाली घटनाएं सामने आ रही हैं. इससे लोगों में काफी चिंता है, जिसके चलते लोगों का सामान्य जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया है. न्याय की तलाश में प्रयासरत पीड़ित महिलाओं की हत्या करने और उनको जिंदा जलाने जैसी दर्दनाक घटनाओं ने सभी को झकझोरकर रख दिया है.
मायावती ने कहा- न चाहते हुए भी लोग कर रहे एनकाउंटर की तारीफ
मायावती ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात के बाद कहा कि तेलंगाना में महिला डॉक्टर दिशा के साथ गैंगरेप और उसकी हत्या करने के आरोपियों को जब पुलिस ने मार दिया, तो पुलिस एनकाउंटर को ना चाहते हुए भी लोग उसकी सराहना करने को मजबूर हैं. उत्तर प्रदेश में पुलिस के दावे और आंकड़े अपनी जगह हैं, लेकिन वास्तविकता यह है कि सूबे में महिला उत्पीड़न, शोषण, बलात्कार और हत्या की घटनाओं से पूरा समाज उद्वेलित है.
मायावती ने कहा कि यूपी पुलिस प्रशासन अपराधियों को हर प्रकार संरक्षण दे रहा है. पुलिस आरोपियों को सख्त सजा दिलाने के बजाय उनकी आवभगत कर रही है. यूपी इन गलत कारणों से देश-दुनिया में बदनाम हो रहा है. यूपी में कानून द्वारा कानून का राज स्थापित करने की सख्त जरूरत है, ताकि प्रदेश की जनता को घोर अराजकता के जीवन से बचाया जा सके.