
उत्तर प्रदेश में करीब 48 हजार शिक्षकों का तबादला होने जा रहा है. राज्य की बेसिक शिक्षा परिषद ने वेबसाइट पर जिलों के नाम जारी किए हैं साथ ही ऐसा पहली बार होगा जब टीचर खुद अपने मनपसंद स्कूल का चुनाव कर सकेंगे. सरकार की ओर से स्कूलों में खाली हुए पदों का ब्यौरा सार्वजनिक किया गया है.
सरकार के मुताबिक ऑनलाइन ट्रांसफर की ये व्यवस्था इसलिये की गयी है ताकि ट्रॉसफर-पोस्टिंग में होने वाली रिश्वतखोरी रोकी जा सके. नई व्यवस्था के अनुसार इस बार लगभग 48 हजार शिक्षकों को अंतर जनपदीय तबादले का मौका मिलेगा, बशर्ते उनके मनचाहे जिले में पद रिक्त हों. सबसे ज्यादा 1570 पद हरदोई में खाली हैं, गाजियाबाद में सबसे कम 22 पद ही खाली हैं. इन्हीं रिक्त पदों पर तबादले किए जाने हैं.
इन जिलों में पद खाली
बेसिक शिक्षा परिषद ने तबादले के लिए जिलावार पदों का विवरण जारी किया है. केवल वहीं तबादले करना संभव होंगे जहां पद खाली हैं. इनमें बदायूं, जौनपुर, हरदोई, सीतापुर, गोण्डा, लखीमपुर, कुशीनगर, बहराइच जैसे-जिलों में तबादला चाहने वाले शिक्षकों की लिये ये अच्छा मौका है क्योंकि यहां एक हजार से ज्यादा शिक्षकों के पद खाली हैं.
राजधानी लखनऊ में 139 सहायक अध्यापकों के पद खाली हैं. वहीं कानपुर में 334, बागपत में 93, नोएडा में 154 पद ही खाली हैं. बुलंदशहर, हापुड़, आगरा, मैनपुरी, एटा, हाथरस, मथुरा, कौशाम्बी, गाजीपुर, लखनऊ, उन्नाव, बाराबंकी, देवरिया, सुलतानपुर, अमेठी, मुरादाबाद, अमरोहा, बलिया, मऊ और शामली ऐसे जिले हैं, जहां उच्च प्राइमरी में शिक्षक या प्राइमरी स्कूल के खाली प्रधानाध्यापक का पद न के बराबर है.