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PAK को एक और झटका देगा US, दब जाएगी चीन की भी आवाज!

पाकिस्तान को दी जाने वाली आर्थिक और सैन्य सहायता रोकने के बाद अब अमेरिका अपनी संसद में पाकिस्तान को किसी भी तरह की मदद न देने के समर्थन में एक विधेयक भी लाएगा. इससे पाकिस्तान के पक्ष में चीन जैसे मुल्कों की आवाज भी अनसुनी हो जाएगी.

पाकिस्तानी पीएम अब्बासी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप पाकिस्तानी पीएम अब्बासी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप
राम कृष्ण
  • वॉशिंगटन,
  • 07 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 10:55 AM IST

कश्मीर के खिलाफ जहर उगलने वाले हाफिज सईद को पालने का ही नतीजा है कि पाकिस्तान को अमेरिका एक के बाद एक बड़े झटका दे रहा है. पाकिस्तान को दी जाने वाली आर्थिक और सैन्य सहायता रोकने के बाद अब अमेरिका अपनी संसद में पाकिस्तान को किसी भी तरह की मदद न देने के समर्थन में एक विधेयक भी लाएगा.

वरिष्ठ रिपब्लिकन सांसद रैंड पॉल ने इस प्रस्ताव को पेश किया है, जो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को काफी पसंद आया है. उन्होंने पॉल के इस आइडिया की तारीफ की है. इस विधेयक के आने से साफ हो जाएगा कि अमेरिका की ओर से जितना पैसा आतंकवाद के पनाहगाह पाकिस्तान को दिया जा रहा है, उतने पैसे अमेरिका में सड़कें पुल और स्कूल बनाने में लगाए जाएंगे.

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अगर अमेरिकी सीनेट में यह विधेयक आया, तो पाकिस्तान के पक्ष में चीन जैसे मुल्कों की आवाज भी अनसुनी हो जाएगी. अमेरिका पहले ही चेतावनी भरे अंदाज में कह चुका है कि पाकिस्तान आतंकियों को पनाह देना बंद करे. उसे हर हाल में अपने यहां पल रहे आतंकी संगठनों को खत्म करना होगा, वरना इसके खामियाजे को भुगतना ही होगा.

शनिवार को अमेरिका ने एक शीर्ष अधिकारी ने सख्त लहजे में फिर दोहराया कि अगर पाकिस्तान तालिबान व हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई और उनके पनाहगाहों का खात्मा नहीं करता है, तो उससे निपटने के सभी विकल्प खुले हुए हैं.

कुछ नीति निर्माताओं ने व्हाइट हाउस से पाकिस्तान का गैर नाटो सहयोगी का दर्जा हटाने और उस पर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष व संयुक्त राष्ट्र जैसे बहुपक्षीय संस्थानों के जरिए दबाव बनाने के लिए भी कहा है. हालांकि इन तमाम कार्रवाइयों और दबावों के बावजूद पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है.

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पाकिस्तान के पाले हुए आतंकी अब भी खुली हवाओं में न सिर्फ सांस ले रहे हैं, बल्कि खुलेआम आतंकी साजिश रच रहे हैं. मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद जैसे आतंकी भारत और अमेरिका के खिलाफ लगातार जहर उगल रहे हैं. इन आतंकियों को पाकिस्तान की सेना और सरकार का संरक्षण भी प्राप्त है. अमेरिका की कार्रवाई के लिए पाकिस्तान अपनी करतूत को जिम्मेदार ठहराने की बजाय इसका आरोप भारत पर मढ़ रहा है. उसका कहना है कि भारत के दबाव में अमेरिका पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है.

आतंकियों पर कार्रवाई करने पर बहाल होगी सहायता

अमेरिका एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि इस समय अमेरिका पाकिस्तान के साथ सहयोग करने को प्राथमिकता देता है और इसे लेकर आशान्वित भी है. इस बीच रक्षामंत्री जिम मैटिस ने कहा कि अगर पाकिस्तान आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करता है, तो अमेरिका रोकी गई सुरक्षा सहायता को बहाल करेगा.

आतंकवाद पर कार्रवाई में पाकिस्तान सरकार और सेना में तनाव बाधक

अमेरिका के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान में सरकार और सेना के बीच तनाव है. इस वजह से अमेरिका आतंकवाद से मुकाबले के लिए पाकिस्तान से ठोस वार्ता नहीं कर पा रहा है. पाकिस्तान में सरकार और सेना के बीच तनाव के चलते आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अनिश्चितता की दशा में है, क्योंकि वहां अगले छह-सात महीने में आम चुनाव हो सकते हैं.

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