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जाधव पर अमेरिकी विशेषज्ञ बोले-दुनिया में अलग-थलग होने का बदला ले रहा पाक

शीर्ष अमेरिकी विशेषज्ञों ने भारतीय नौसैनिक कुलभूषण जाधव को फांसी देने के पाकिस्तान के फैसले पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान ने वैश्विक मंच पर अलग-थलग पड़ने का भारत से बदला लेने के लिए जाधव को फांसी की सजा सुनाई है.

भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव
राम कृष्ण
  • वॉशिंगटन/नई दिल्ली,
  • 12 अप्रैल 2017,
  • अपडेटेड 9:52 AM IST

शीर्ष अमेरिकी विशेषज्ञों ने भारतीय नौसैनिक कुलभूषण जाधव को फांसी देने के पाकिस्तान के फैसले पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान ने वैश्विक मंच पर अलग-थलग पड़ने का भारत से बदला लेने के लिए जाधव को फांसी की सजा सुनाई है. वह जाधव की आड़ में भारत को कड़ा संदेश देना चाहता है. शीर्ष अमेरिकी विशेषज्ञों ने पाक मिलिट्री फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल की ओर से 46 वर्षीय जाधव को फांसी की सजा दिए जाने पर निराशा भी जाहिर की है.

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पाक ने जाधव को जासूसी करने के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई है. पाक सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा ने जाधव की फांसी की सजा की पुष्टि भी कर दी है. वहीं, जाधव को फांसी दिए जाने के खिलाफ भारत में जमकर आक्रोश है. पाकिस्तान के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर आए हैं. एमनेस्टी इंटरनेशनल के बाद अब अमेरिकी विशेषज्ञों ने पाकिस्तान के नापाक मंसूबों पर सवाल उठाए हैं.

मुंबई हमले की सुनवाई पर टालमटोल, जाधव पर जल्द फैसला
अमेरिकी विशेषज्ञों का कहना है कि मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड और आतंकियों के खिलाफ सुनवाई पर अभी तक पाकिस्तान टाल-मटोल कर रहा है, जबकि जाधव को इतनी जल्दी फांसी की सजा सुना दी. अमेरिकी विदेश विभाग के साउथ एंड सेंट्रल एशिया ब्यूरो की पूर्व सीनियर अधिकारी एलिसा आयरिस ने कहा कि वह पाकिस्तानी सैन्य कोर्ट के इस फैसले से बेहद हैरान हैं.

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उन्होंने कहा कि जाधव के मामले में पाक में अनियमितता बरती गई. जाधव को कानूनी सलाह मुहैया नहीं कराई गई और गुपचुप तरीके से अचानक फांसी की सजा दे दी गई. अमेरिकी विशेषज्ञों का कहना है कि मुंबई हमले मामले की सुनवाई में इतनी देरी और फिर जाधव के मामले में इतनी जल्दी फैसला निश्चित रूप से खामियों जाहिर करता है. एलिसा फिलहाल शीर्ष अणेरिकी थिंक टैंक काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस में भारत, पाकिस्तान और साउथ एशिया की विरिष्ठ विशेषज्ञ हैं.

जाधव पर पाकिस्तानी ने गढ़ी फिल्मी कहानी
वॉशिंगटन स्थित शीर्ष अमेरिकी थिंक टैंक अटलांटिक काउंसिल में साउथ एशिया सेंटर के डायरेक्टर भरत गोपालस्वामी का कहना है कि जाधव के खिलाफ पाकिस्तान की ओर से पेश किए गए सबूत फिल्मी स्टोरी की तरह लगते हैं, जिनको पाकिस्तानी अधिकारियों ने गढ़ा. उन्होंने कहा कि बिना ठोस सबूत के जाधव को फांसी देने की असली वजह भारत की ओर से पाक के खिलाफ आतंकवाद को लेकर अपनाई गई आक्रामक रणनीति से निपटने का नतीजा है. पाकिस्तान वैश्विक मंच पर अलग-थलग पड़ने का भारत से बदला लेने के लिए यह कदम उठाया है. वह इसके जरिए भारत को कड़ा संदेश देना चाहता है. मालूम हो कि उड़ी आतंकी हमले के बाद भारत ने एलओसी पर सर्जिकल स्ट्राइक की. इसके बाद भारत ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाक को वैश्विक मंच पर अलग-थलग करने की रणनीति अपनाई है, जिससे पाकिस्तान सदमे में है.

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एमनेस्टी इंटरनेशनल ने भी दागे सवाल
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने सैन्य अदालत के फैसले की क्षमता पर सवाल उठाए. उसने कहा कि भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को मौत की सजा देकर पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने एक बार फिर दिखा दिया है कि किस तरह ‘उसने अंतरराष्ट्रीय मानकों का ‘माखौल उड़ाया' है. एमनेस्टी इंटरनेशनल के दक्षिण एशिया निदेशक बिराज पटनायक ने कहा कि कुलभूषण जाधव को मौत की सजा देना दर्शाता है कि किस तरह पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने अंतरराष्ट्रीय मानकों की धज्जियां उड़ाई हैं.

कुलभूषण को फांसी देने पर खामियाजा भुगतेगा पाकः सुषमा स्वराज
कुलभूषण जाधव को मौत की सजा सुनाए जाने पर संसद में जमकर हंगामा हुआ.कांग्रेस ने इस मामले को लेकर सरकार पर जमकर हमला बोला. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि पाकिस्तान की जेलों में बंद भारतीय कैदियों को फांसी की सजा से बचाने के लिए सरकार सख्त कदम उठाएगी. एक निर्दोष भारतीय नागरिक को गलत आरोपों के साथ सजा देने की कोशिश की जा रही है. इसे भारत सुनियोजित हत्या मानेगा. सुषमा ने कहा कि कुलभूषण बिल्कुल निर्दोष है और हर हाल में वापस लाने के लिए सरकार कदम उठाएगी.

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