
उत्तराखंड में दो दिनों से मानसून की झमाझम बारिश का सिलसिला एक बार फिर से शुरू हो गया है. पिछले 24 घंटों में यहां पर तमाम इलाकों में भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है. मौसम विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले 24 घंटों में उखीमठ में 121 मिलीमीटर की बारिश रिकॉर्ड की गई है.
पंतनगर में 108 मिलीमीटर की जोरदार बारिश हुई है तो वहीं घनसाली में 75 मिलीमीटर की बारिश देखी गई है. यहां पर बारिश का सिलसिला अभी भी बना हुआ है. इसी के साथ रुद्रप्रयाग के जखौली में 87.5 मिलीमीटर की बारिश रिकॉर्ड की गई है. खास बात ये है कि उत्तराखंड के तकरीबन सभी इलाकों में बादलों की आवाजाही के बीच रिमझिम फुहारों का सिलसिला जारी है और मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 24 घंटों में इस बारिश में थोडा और तेजी आएगी.
मौसम विभाग का कहना है कि इस समय अरब सागर से आ रही हवाएं बंगाल की खाड़ी की नम हवाओं से टकरा रही हैं और टकराव का ये क्षेत्र उत्तराखंड के ऊपर तक जा रहा है. इस वजह से चाहे गढ़वाल हो या कुमाऊं हर जगह पर झमाझम बारिश का दौर जारी है. मौसम विभाग का कहना है कि जोरदार बारिश का ये दौर फिलहाल थमने वाला नहीं है. इसके चलते मौसम विभाग अगले पूरे हफ्ते के लिए उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट जारी कर दिया है.
चार धाम यात्रा के लिए अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने चारधाम यात्रा के लिए सतर्क रहने की सलाह दी है. ऐसे में अगर आप चारधाम यात्रा पर जाने की योजना बना रहे हैं तो फिलहाल इसको
कैंसिल करना ही बेहतर होगा. बद्रीनाथ की तीर्थयात्रा पर जाने वाले रास्ते पर कई जगहें ऐसी हैं जहां पर तेज बारिश के वक्त भूस्खलन का खतरा रहता है.
उत्तरकाशी में कई जगह लैंडस्लाइड
केदारनाथ की बात करें तो ये धाम जिस जगह पर मौजूद है वहां पर मौसम पलक झपकते ही बदल जाता है. सक्रिय मॉनसून की स्थिति में यहां पर रिमझिम
फुहारों का सिलसिला बना हुआ है. गंगोत्री और यमुनोत्री दोनों ही उत्तरकाशी में हैं और यहां पर घने बादलों के बीच में कई जगहों पर भूस्खलन की खबर है. ऐसे में
चारधाम यात्रियों को यहीं सलाह है कि मौसम की भविष्यवाणी पर लगातार नजर रखें और अनावश्यक खतरा न उठाएं.
उत्तराखंड में एक हफ्ते तक होगी झमाझम बारिश
उत्तराखंड में हो रही झमाझम बारिश के मद्देनजर जहां एक तरफ मौसम विभाग ने प्रशासन को पूरी तरह से अलर्ट रहने की सलाह दी है वहीं दूसरी तरफ लोगों
को एहतियात बरतने को भी कहा है. ऐसा अनुमान है कि अगले सात दिनों तक उत्तराखंड के तमाम इलाकों में झमाझम बारिश की खासी संभावना है. पिछले 24
घंटों में गढ़वाल और कुमाऊं में कई जगहों पर भारी बारिश के चलते जगह जगह भूस्खलन हुआ है जिससे सड़क यातायात कई इलाकों में प्रभावित है.