
वीडियोकॉन लोन विवाद में आईसीआईसीआई बैंक ने अपनी एमडी और सीईओ चंदा कोचर पर लगे आरोपों की जांच शुरू करने की तैयारी कर दी है. इस मामले की जांच का जिम्मा सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बीएन श्रीकृष्ण को दी गई है.
इकोनॉमिक टाइम्स ने इस मामले से जुड़े एक शख्स के हवाले से लिखा है, ''बोर्ड को लगा कि वह इस मामले की जांच करने के लिए सबसे बेहतर साबित होंगे. उन्होंने हमारी अपील स्वीकार कर ली है.'' इन्होंने बताया कि जस्टिस श्रीकृष्ण काफी भरोसेमंद व्यक्ति हैं. उन्हें वित्तीय मामलों की भी बेहतर समझ है.
श्रीकृष्ण ये पता लगाने की कोशिश करेंगे कि क्या चंदा कोचर ने वीडियोकॉन ग्रुप को लोन देने के मामले में नियमों का उल्लंघन किया है? सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज श्रीकृष्ण इससे पहले फाइनेंशियल सेक्टर लेजिस्लेटिव रिफॉर्म्स कमीशन (FSLRC) के चेयरमैन रह चुके हैं. मौजूदा समय में वह देश में डाटा प्रोटेक्शन की नई नीति तैयार करने में जुटी समिति के प्रमुख हैं.
श्रीकृष्ण उस कमीशन के भी प्रमुख थे, जिसने 1992-93 में मुंबई में हुए दंगों की जांच की थी. सुप्रीम कोर्ट से सेवानिवृत्त होने के बाद वह स्वतंत्र मध्यस्थ के तौर पर काम कर रहे हैं.
सूत्रों के मुताबिक फिलहाल बैंक ने जांच पूरी करने के लिए कोई डेडलाइन तय नहीं की है. बता दें कि इससे पहले आईसीआईसीआई बैंक के बोर्ड ने लोन दिए जाने के मामले में किसी भी तरह की गड़बड़ी होने के आरोप को खारिज किया था. बोर्ड ने कहा था कि वह पूरी तरह से चंदा कोचर के साथ खड़ा है.
बता दें कि चंदा कोचर पर वीडियोकॉन ग्रुप को दिए गए लोन को लेकर आरोप लग रहे हैं. उन पर आरोप है कि उन्होंने वीडियोकॉन ग्रुप को लोन देने के दौरान अनियमितता बरती और अवैध तरीके से निजी लाभ लिया. इसमें चंदा कोचर के पति दीपक कोचर का नाम भी सामने आया है.