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पांच खतरनाक क्रिकेटर जो विपक्षी को अकेले धूल चटा सकते हैं

इस वर्ल्ड टी20 के महामुकाबलों के शुरू होने से पहले हम आपको बताते हैं उन पांच धुरंधरों के बारे में जिन पर हर किसी की निगाह है. हर कोई ये देखना चाहता है कि इस टूर्नामेंट में ये कैसा परफॉर्म करते हैं. कई बार ये अपनी परफॉरमेंस से अपनी टीम को हार के मुंह से खींचकर जिता देते हैं तो कई बार टीम को इनके ना चलने का खामियाजा भी भुगतना पड़ता है.

पांच क्रिकेटर जो अकेले दम पर पलट सकते हैं मैच पांच क्रिकेटर जो अकेले दम पर पलट सकते हैं मैच
सूरज पांडेय
  • नई दिल्ली,
  • 14 मार्च 2016,
  • अपडेटेड 5:18 PM IST

सोमवार से वर्ल्ड टी20 के सुपर 10 दौर के मुकाबलों का आगाज हो रहा है. इस दौर में बड़ी टीमें एक-दूसरे से टकराएंगी. बड़े-बड़े सितारों से भरी टीमों की ये टक्कर हमेशा ही देखने लायक होती है. लेकिन जब बात वर्ल्ड टी20 जैसे बड़े टूर्नामेंट की हो तो इस पर कुछ अलग ही रंग चढ़ जाता है.

WT20 के पांच बड़े सितारे
इस वर्ल्ड टी20 के महामुकाबलों के शुरू होने से पहले हम आपको बताते हैं उन पांच धुरंधरों के बारे में जिन पर हर किसी की निगाह है. हर कोई ये देखना चाहता है कि इस टूर्नामेंट में ये कैसा परफॉर्म करते हैं. कई बार ये अपनी परफॉरमेंस से अपनी टीम को हार के मुंह से खींचकर जिता देते हैं तो कई बार टीम को इनके ना चलने का खामियाजा भी भुगतना पड़ता है. तो आइए आपको बताते हैं इस वर्ल्ड टी20 में कौन हैं वो पांच धुरंधर.

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1- 'चेजडाउन किंग' विराट कोहली
कोई इन्हें अगला सचिन तेंदुलकर कहता है तो किसी के लिए ये दुनिया के सबसे अच्छे बैट्समैन हैं. विराट कोहली ने टीम इंडिया में अपने पदार्पण के बाद से लगातार अच्छे प्रदर्शन से विपक्षियों को भी अपनी तारीफ करने पर मजबूर कर दिया है. खासतौर से लक्ष्य का पीछा करते वक्त तो जैसे कोहली में कोई सुपरपावर आ जाती है. बिना टीम को जिताए या जीत के एकदम करीब पहुंचाए कोहली क्रीज नहीं छोड़ते. मैदान में अपने खेल के साथ ही ये अपने एटीट्यूड के लिए भी जाने जाते हैं. कई बार ऐसा होता है कि बल्ले के साथ ही इनकी बॉडी लैंग्वेज भी विपक्षी खिलाड़ियों का मोरल डाउन करने में कोई कसर नहीं छोड़ती. कोहली ने अपने पिछले सात टी20 मैचों में चार अर्धशतक जड़े हैं. अगर इनकी ये फॉर्म जारी रही तो ये अकेले दम पर टीम इंडिया को विश्वविजेता बना सकते हैं.

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2- 'स्पीड-स्विंग' का बादशाह मोहम्मद आमिर
सिर्फ 18 साल की उम्र में स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में पांच साल का बैन लगने के बाद किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए वापसी आसान नहीं होती. लेकिन मोहम्मद आमिर ने जबरदस्त वापसी कर दिखा दिया कि आप अगर किसी चीज के लिए मेहनत करें तो आप उसे हासिल कर ही लेते हैं. आमिर की सफलता को अगर टैलेंट और कड़ी मेहनत का मिश्रण कहा जाए तो गलत नहीं होता. सिर्फ 18 साल की उम्र में सीनियर टीम के लिए 14 टेस्ट में 51 विकेट हासिल करना आसान बात नहीं है. अपनी वापसी के बाद आमिर ने खुद पर लगे बैन की चर्चा कर रहे लोगों को अपनी बॉलिंग पर चर्चा करने के लिए मजबूर कर दिया. आमिर अगर एशिया कप वाली अपनी फॉर्म को यहां भी कायम रख पाए तो इनसे पार पाना विपक्षी टीमों के लिए बड़ा टास्क होने वाला है.

3- 'कैप्टन' स्टीव वर्सेटाइल स्मिथ
छोटी उम्र में ही ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम की कप्तानी संभालने वाले स्टीव स्मिथ जब क्रीज पर उतरते हैं. तो मानों सोचकर आते हैं कि आज तो गेंदबाजों और फील्डरों को थकाकर ही मानेंगे. स्मिथ की सबसे बड़ी खासियत टीम की जरूरत के हिसाब से अपनी बैटिंग का गियर बदल लेना है. ये जब चाहते हैं गेंदबाजों पर टूट पड़ते हैं और जब इनका मन करता है ये क्रीज पर खूंटा गाड़ देते हैं. स्मिथ को भारतीय बॉलिंग और भारतीय पिचें कुछ ज्यादा ही रास आती हैं. इस बार का वर्ल्ड टी20 भारत में ही हो रहा है, इसलिए सभी टीमों को इस खतरनाक वर्सेटाइल बल्लेबाज से सावधान रहने की जरूरत है. वर्ना स्मिथ किसी भी पल मैच का पांसा पलट सकते हैं.

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4- श्रीलंका का 'एंजेल', एंजेलो मैथ्यूज
श्रीलंका के कप्तान एंजेलो मैथ्यूज जरूरत के वक्त विकेट चटकाने और क्रीज पर उतरकर गेंद को मैदान के चारों कोनों की बाउंड्री दिखाने के लिए जाने जाते हैं. मैथ्यूज गेंद और बल्ले दोनों के साथ जबरदस्त रूप से खतरनाक हैं. डेथ ओवर्स में विकेट लेना हो या लेकर स्लॉग ओवरों में 150-200 के स्ट्राइक रेट से रन बनाना, मैथ्यूज दोनों के मास्टर हैं. मैथ्यूज ने आईपीएल में काफी मैच खेले हैं जिसका अनुभव निश्चित तौर पर उनके काम आएगा. हालांकि इस बार श्रीलंका की टीम बेहद खराब दौर से गुजर रही है लेकिन अगर मैथ्यूज को दूसरे छोर पर सहयोग मिल जाए तो ये किसी भी टीम के खिलाफ मैच जिता सकते हैं.

5- जोसेफ एडवर्ड रूट उर्फ, जो 'रनमशीन' रूट
जो रूट को इस लिस्ट में ना लेना जो और क्रिकेटप्रेमियों दोनों के साथ अन्याय होगा. इंग्लिश टीम में एक बार घुसने के बाद रूट ने अपनी गाड़ी को कामयाबी का वो रूट पकड़ाया कि रास्ते में आने वाला हर स्पीडब्रेकर चूर-चूर हो गया. महज 25 साल के इस बल्लेबाज ने क्रिकेट के तीनों फॉरमेट में जमकर रन बरसाए हैं. रूट कई बार इंग्लैंड को अकेले दम पर जीत दिला चुके हैं. अगर रूट का बल्ला वर्ल्ड टी20 में चल निकला, तो दुनिया का कोई भी गेंदबाजी आक्रमण उन्हें रोक नहीं पाएगा. रूट को टी20 इंटरनेशनल का ज्यादा अनुभव तो नहीं है लेकिन उन्होंने अब तक खेले 14 टी20 इंटरनेशनल की 12 पारियों में दो बार नॉटआउट रहते हुए 34 से ज्यादा की औसत और 133 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से 345 रन बनाए हैं.

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