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राज्यसभा चुनाव: UP से सपा के 7 कैंडिडेट जीते, राजस्थान की सभी 4 सीटें BJP के खाते में

सात राज्यों से राज्यसभा की शेष 27 सीटों के लिए शनिवार को मतदान हुआ. मौजूदा चरण की कुल 57 राज्यसभा सीटों में से 30 पर बिना मतदान के फैसला हो चुका है. उत्तराखंड से कांग्रेस के उम्मीदवार प्रदीप टम्टा चुनाव जीत गए हैं.

राज्यसभा चुनाव में कुछ सीटों पर मुकाबला रोचक राज्यसभा चुनाव में कुछ सीटों पर मुकाबला रोचक
केशव कुमार/BHASHA
  • नई दिल्ली,
  • 11 जून 2016,
  • अपडेटेड 8:06 PM IST

सात राज्यों से राज्यसभा की शेष 27 सीटों के लिए शनिवार को मतदान हुआ. मौजूदा चरण की कुल 57 राज्यसभा सीटों में से 30 पर बिना मतदान के फैसला हो चुका है. राज्यसभा चुनाव के नतीजे आने शुरू हो गए हैं. राजस्थान और मध्य प्रदेश के नतीजे बीजेपी के पक्ष में रहे तो यूपी में सपा अपने सभी उम्मीदवारों को ऊपरी सदन पहुंचाने में सफल रही.

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यूपी से सपा के सभी उम्मीदवार जीते
यूपी से समाजवादी पार्टी के सभी 7 उम्मीदवार चुनाव जीत गए हैं. सबको चौंकाते हुए कांग्रेस के उम्मीदवार कपिल सिब्बल भी जीत गए. समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार बेनी प्रसाद वर्मा, रेवती रमन सिंह, अमर सिंह, संजय सेठ सुरेंद्र नागर, सुखराम सिंह और विश्वंभर निषाद सभी उम्मीदवार जीत गए. बीजेपी के समर्थन से गुजराती व्यवसायी की पत्नी प्रीति महापात्रा के चुनावी मैदान में उतरने के कारण सिब्बल की राह मुश्किल मानी जा रही थी लेकिन सिब्बल चुनाव जीतकर राज्यसभा पहुंचने में कामयाब रहे. इसके साथ ही बसपा ने सतीश चन्द्र मिश्रा और अशोक सिद्धार्थ को राज्यसभा का टिकट दिया गया था इस दोनों ने जीत हासिल की है. बीजेपी के शिव प्रताप शुक्ला ने जीत हासिल की. उत्तराखंड से कांग्रेस के उम्मीदवार प्रदीप टम्टा चुनाव जीत गए हैं. कर्नाटक से केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता निर्मला सीतारमण को भी जीत हासिल हुई है.

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राजस्थान में बीजेपी की बल्ले-बल्ले
वहीं, राजस्थान से राज्यसभा की चारों सीटें बीजेपी ने जीत ली है. केन्द्रीय मंत्री वैकेया नायडू, भाजपा उम्मीदवारों के रूप में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के प्रभारी ओम प्रकाश माथुर, डुंगरपुर राजघराने के पूर्व सदस्य हर्षवर्धन सिंह और रिजर्व बैंक आफ इंडिया के सेवानिवृत प्रबंधक राम कुमार वर्मा चुनाव जीत गये हैं. निर्दलीय मैदान में उतरे कमल मोरारका को हार का सामना करना पड़ा है. मोरारका को कांग्रेस का समर्थन माना जा रहा था.

मध्य प्रदेश: बीजेपी को दो सीट
मध्य प्रदेश से दो सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवार जीते. बीजेपी के एम. जे. अकबर और अनिल माधव दवे और कांग्रेस के विवेक तनखा चुनाव जीत गए.

झारखंड में राज्यसभा के नतीजे बीजेपी के पक्ष में
झारखंड से बीजेपी के मुख्तार अब्बास नकवी जीते. बीजेपी के महेश पोद्दार जीते. उन्हें 29 वोट मिले. जेएमएम के बसंत सोरेन को हार का सामना करना पड़ा. 81 में 79 विधायकों ने मतदान किया. दो विधायक देवेन्द्र सिंह और चमरा लिण्डा वोट नहीं डाल पाए. दूसरी वरीयता के आधार पर भाजपा दोनों सीटों पर जीती.

हरियाणा के नतीजे
हरियाणा में दोनों सीटों के नतीजे आ गए हैं. बीजेपी के बीरेंद्र सिंह ने जीत हासिल की. इसके साथ ही निर्दलीय उतरे सुभाष चंद्रा ने बीजेपी के समर्थन से जीत हासिल की.

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वहीं उत्तर प्रदेश की विधानसभा में क्रॉस वोटिंग को लेकर हंगामा हुआ. समाजवादी पार्टी के विधायक ने गुड्डू पंड‍ित पर क्रॉस वोटिंग का आरोप लगाया, जिसके बाद विधानसभा में हंगामा शुरू हो गया. वोटिंग के दौरान सपा विधायक हाजी जमीरुल्लाह खान और बीजेपी विधायक रघुनंदन सिंह भदौरिया के बीच तू-तू मैं-मैं हो गई. बीचबचाव के बाद दोनों शांत हुए.
 

झारखंड में तीन विधायकों के खिलाफ अरेस्ट वारंट
झारखंड में तीन विधायकों के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी कर दिया गया है. विशनपुर के झामुमो विधायक चमरा लिंडा, बड़कागांव से कांग्रेस के निर्मला देवी और पांकि से कांग्रेस के देवेंद्र सिंह के खिलाफ वारंट जारी किया गया है. कांग्रेस प्रवक्ता अजय कुमार ने कहा कि ये राजनीतिक साजिश है, जिससे कि ये लोग वोट न कर पाएं. कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी.

राज्यसभा चुनाव में कुछ सीटों पर मुकाबला रोचक हो सकता है. खासतौर पर उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और हरियाणा की कुछ सीटों पर नजर रहेगी. वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल और वरिष्ठ वकील आर के आनंद समेत कई जानेमाने उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा. कुछ राज्यों में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है.

 

कर्नाटक में जेडीएस और निर्दलीय विधायकों को रिश्वत देने के आरोपों से चुनावों पर असर पड़ा है, लेकिन चुनाव आयोग ने उन्हें रद्द करने की मांगों को खारिज कर दिया. सारी नजरें उत्तर प्रदेश पर हैं, जहां 11 सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं. कांग्रेस नेता सिब्बल और बीजेपी समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी प्रीति महापात्र के बीच रोचक मुकाबला होने वाला है.

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उत्तर प्रदेशः कपिल सिब्बल को कड़ी चुनौती
सिब्बल को बीएसपी के समर्थन की जरूरत होगी. बीएसपी के पास खुद के उम्मीदवारों सतीश चंद्र मिश्रा और अशोक सिद्धार्थ के सफल होने के लिए जरूरी वोटों से ज्यादा हैं. बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश में अपने पार्टी के समर्थन को लेकर रहस्य बरकरार रखा है.

सिब्बल को मायावती से मदद की उम्मीद
दूसरी ओर सिब्बल इस बात से थोड़ी उम्मीद रख सकते हैं कि मायावती ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस के उम्मीदवार और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील विवेक तनखा के लिए जरूरी एक वोट देने का वादा कर कांग्रेस को समर्थन का ऐलान किया है. उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के 29 विधायक हैं. सिब्बल को राज्यसभा में पहुंचाने के लिए पांच और सदस्यों के वोट की जरूरत होगी.

सपा के सातवें उम्मीदवार के लिए चाहिए वोट
यूपा में सत्तारूढ़ सपा ने अमर सिंह और बेनी प्रसाद वर्मा समेत सात उम्मीदवारों को खड़ा किया है. दोनों हाल ही में पार्टी में फिर से शामिल हुए हैं. सपा ने रेवती रमण सिंह को भी टिकट दिया है. हालांकि पार्टी के सातवें उम्मीदवार को प्रथम प्राथमिकता वाले नौ वोटों की कमी है.

सपा को अजित सिंह से समर्थन का वादा
सपा को अजित सिंह की आरएलडी की तरफ से समर्थन का वादा मिला है, जिसके आठ विधायक हैं. बीजेपी ने शिव प्रताप शुक्ला को खड़ा किया है, जिन्हें उसके 41 विधायकों का वोट मिलना तय है. इस तरह प्रीति महापात्र के लिए सात वोट बचते हैं.

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कर्नाटकः कांग्रेस और जेडीएस के बीच मुकाबले के आसार
कर्नाटक में चार सीटों के लिए चुनाव होने हैं. वहां सत्तारूढ़ कांग्रेस और जेडीएस के बीच मुकाबला होने के आसार हैं. बीजेपी की केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण को पार्टी के 44 सदस्यों की संख्या से केवल एक वोट अधिक चाहिए. उनके साथ कांग्रेस के जयराम रमेश और ऑस्कर फर्नांडीज का राज्यसभा में पहुंचना तय है.

रमेश और फर्नांडीज की जीत सुनिश्चित
कांग्रेस के 122 सदस्य हैं. रमेश और फर्नांडीज की जीत सुनिश्चित करने के बाद उसके पास 33 अतिरिक्त वोट रहेंगे. उसने तीसरे उम्मीदवार के तौर पर पूर्व आईपीएस अधिकारी के सी रामामूर्ति को खड़ा किया है, जिनके लिए 12 और वोट चाहिए होंगे.

दिखेगा जेडीएस में बड़ी बगावत का रंग
जेडीएस के 40 सदस्यों में से पांच ने एक तरह से बगावत का बिगुल फूंक दिया है और उनके क्रॉस वोटिंग कर कांग्रेस को मदद पहुंचाने की खबरें हैं. जेडीएस को कॉरपोरेट क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले अपने उम्मीदवार बी एम फारक के लिए पांच और वोटों की जरूरत होगी.

हरियाणाः निर्दलीय को कांग्रेस और इनेलो का समर्थन
नजरें हरियाणा पर भी हैं, जहां निर्दलीय उम्मीदवार आर के आनंद को कांग्रेस और इनेलो का समर्थन प्राप्त है. बीजेपी राज्य से केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह को उच्च सदन में पक्के तौर पर भेज रही है. यहां आनंद और बीजेपी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा के बीच मुकाबला है. हरियाणा में एक उम्मीदवार को राज्यसभा में पहुंचने के लिए 31 वोटों की जरूरत होगी.

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कांग्रेस के आर के आनंद को बढ़त की गुंजाइश
बीजेपी को शिकस्त देने के लिए कांग्रेस ने आनंद को अपने 17 विधायकों के समर्थन की घोषणा की है, जिन्हें इनेलो के 19 और अकाली दल के इकलौते विधायक का भी समर्थन प्राप्त है. मीडिया कारोबारी चंद्रा को बीजेपी के अतिरिक्त 16 वोट मिलना तो तय है, लेकिन इस मुकाबले में आनंद बढ़त लेते दिख रहे हैं.

मध्य प्रदेशः कांग्रेस और बीजेपी की टक्कर
मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस और बीजेपी की टक्कर है. यहां तीन सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं. सत्तारूढ़ बीजेपी के 164 वोट हैं. पार्टी के उम्मीदवारों एम जे अकबर और अनिल दवे का उच्च सदन में पहुंचना तय है. तीसरे उम्मीदवार विनोद गोतिया के लिए मुकाबला टक्कर वाला है जिन्हें कांग्रेस के विवेक तनखा से चुनौती मिलनी है.

मध्य प्रदेश से किसी उम्मीदवार को राज्यसभा पहुंचने के लिए 58 सदस्यों के वोट चाहिए. बीएसपी के चार विधायकों के समर्थन के बाद कांग्रेस के विवेक तनखा का रास्ता आसान लगता है.

राजस्थानः बीजेपी के सभी उम्मीदारवारों की जीत तय
राजस्थान में भी 24 विधायकों के साथ कांग्रेस ने निर्दलीय उम्मीदवार कमल मोरारका को समर्थन देकर मुकाबला रोचक बना दिया है. राज्य से एक उम्मीदवार को जीतने के लिए 41 विधायकों के वोट चाहिए. विधानसभा में 160 सदस्यों के साथ बीजेपी को केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू, पार्टी उपाध्यक्ष ओमप्रकाश माथुर, पूर्व आरबीआई अधिकारी रामकुमार शर्मा और डूंगरपूर शाही खानदान के हषर्वर्धन सिंह की जीत सुनिश्चित लगती है.

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झारखंडः बीजेपी के खिलाफ विपक्ष एकजुट
झारखंड में भी मुकाबला दिलचस्प रहेगा, जहां एकजुट विपक्ष सत्तारूढ़ बीजेपी के गणित को बिगाड़ सकता है. लेकिन उसके पहले उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का जीतना तय है.

उत्तराखंडः कांग्रेस उम्मीदवार प्रदीप टम्टा का जीतना तय
उत्तराखंड में एक सीट के लिए चुनाव होना है, जहां कांग्रेस उम्मीदवार प्रदीप टमटा आसानी से जीत सकते हैं. उन्हें अपनी पार्टी के 26 के अलावा सहयोगी पीडीएफ से भी समर्थन का आश्वासन मिला है.

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