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किस उम्र के बाद मां-बाप को नहीं करना चाहिए बच्चों को किस?

मां-बाप को अपने बच्चों के होठों पर किस करना चाहिए या नहीं? ये सवाल बहस का मुद्दा बन चुका है. कुछ लोग इसे प्यार जताने का एक तरीका मानते हैं तो कुछ का कहना है कि ये सही नहीं है और इसे हिंसा के रूप में देखा जाना चाहिए.

क्या बच्चे को किस करना सही है? क्या बच्चे को किस करना सही है?
भूमिका राय
  • नई दिल्ली,
  • 03 अप्रैल 2016,
  • अपडेटेड 10:45 AM IST

बहुत सी मांओं की तरह शेरिल लीच भी अपने किशोर बेटे को होठों पर किस करती हैं. उनका बेटा जॉर्डन लगभग 16 साल का होगा. पांच फुट चार इंच लंबे जॉर्डन को अब भी ये बताने की जरूरत पड़ती है की उसे अपने मोजे फर्श पर नहीं फेंकने चाहिए. उसे कई छोटी-छोटी बातों को अब भी समझाने की जरूरत पड़ती है.

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बावजूद इसके शेरिल को उससे कोई शिकायत नहीं है. जब जॉर्डन स्कूल से लौटता है तो वो रोज अपने स्कूल बैग को फर्श पर फेंककर सोफे पर लेट जाता है. वहीं शेरिल दूर खड़ी उसे प्यार से निहारती रहती हैं. कुछ देर बाद वो उसके पास आती हैं और उसके चेहरे को अपनी हथेलियों से पकड़कर उसके होठों पर किस करती हैं. क्या ये आखरी वाक्य पढ़ने में आपको कुछ अटपटा लगा? अगर आपको भी किस करने की बात कुछ अजीब लगी तो बता दें कि ऐसा महसूस करने वाले आप अकेले नहीं है.

मां-बाप को अपने बच्चों के होठों पर किस करना चाहिए या नहीं? ये सवाल बहस का मुद्दा बन चुका है. कुछ लोग इसे प्यार जताने का एक तरीका मानते हैं तो कुछ का कहना है कि ये सही नहीं है. इसे हिंसा के रूप में देखा जाना चाहिए.

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पिछले साल बाल-मनोवैज्ञानिक डॉक्टर शैरलॉट रेजनिक को इसी सवाल के चलते विवादों का सामना करना पड़ा था. उनका कहना था कि माना आप अपने बच्चे के होठों पर किस करते हैं लेकिन किस उम्र तक? होठों पर किस करना उस समय तक सही है जब तक बच्चे को सेक्स और उससे जुड़ी बातों की जानकारी न हो. लेकिन सेक्सुअल अवेयरनेस आ जाने के बाद बच्चे को उसके होठों पर किस करना सही नहीं. इससे उसमें उत्तेजना आ सकती है.

इसके साथ ही मां और बेटे को लिप टू लिप किस करता देखना दूसरों के लिए असहज भी हो सकता है. कई बार उन्हें इस तरह देखकर लगता है कि वो एक कपल हैं, जोकि किसी भी स्थिति में सही नहीं है.

वहीं शैरलॉट इस विवाद को पूरी तरह बकवास बताती हैं. उनका कहना है कि वो जॉर्डन को किस करना कभी बंद नहीं करेंगी. जब जॉर्डन से यही सवाल पूछा गया तो उनका भी यही कहना था कि वो बचपन से ऐसा करते आए हैं और उन्हें ये बिल्कुल सामान्य लगता है.

शैरलॉट जब गर्भवती थीं तभी उनके पति उन्हें छोड़कर चले गए थे. शैरलॉट और जॉर्डन ने जिंदगी के कुछ साल एक-दूसरे के साथ ही बिताए हैं. हालांकि अब शैरलॉट ने दूसरी शादी कर ली है लेकिन उस वक्त से ही मां और बेटे के बीच रिश्ता बहुत गहरा हो गया. यही वजह भी है कि उन्हें ऐसा करने में कोई आपत्त‍ि नहीं है. शैरलॉट बताती हैं कि बहुत सालों तक जॉर्डन मेरे बिस्तर पर ही सोता था और उसने सेक्स से जुड़ी अपनी उत्सुकता भी उनके साथ शेयर की है. जॉर्डन की एक महिला दोस्त भी है पर उसे जॉर्डन की इस आदत से कोई दिक्कत नहीं.

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एक ओर जहां शैरलॉट जैसे अभिभावक इसे बच्चे के प्रति अपने प्यार को जताने का एक तरीका मानते हैं वहीं जॉर्डन जैसे बच्चे इसे सपोर्ट की तरह देखते हैं. उन्हें इसमें कोई बुराई नजर नहीं आती. पर मनोवैज्ञानिक मानते हैं कि सेक्सुअल अवेयरनेस आ जाने के बाद बच्चों को लिप टू लिप किस करना सही नहीं है.

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