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गर्भधारण करने के लिए विधवा ने की मरे हुए पति के स्पर्म की मांग

अस्पताल में महिला ने डॉक्टर्स से अपने मरे हुए पति के स्पर्म की मांग की, ताकि वह गर्भधारण कर सके. महिला की शादी कुछ सालों पहले ही हुई थी, लेकिन उसके कोई बच्चा नहीं है.

डॉक्टर्स ने स्पर्म देने के लिए मना कर दिया डॉक्टर्स ने स्पर्म देने के लिए मना कर दिया
लव रघुवंशी
  • नई दिल्ली,
  • 11 जुलाई 2016,
  • अपडेटेड 2:12 PM IST

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. एक विधवा ने डॉक्टर्स के सामने अपने मृतक पति के स्पर्म की मांग रख दी. 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' की खबर के मुताबिक युवक की अस्पताल लाते समय मौत हो गई.

अस्पताल में महिला ने डॉक्टर्स से अपने मरे हुए पति के स्पर्म की मांग की, ताकि वह गर्भधारण कर सके. महिला की शादी कुछ सालों पहले ही हुई थी, लेकिन उसके कोई बच्चा नहीं है. महिला के सास-ससुर ने भी उसकी मांग का समर्थन किया.

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हालांकि उसकी मांग को पूरा नहीं किया जा सका क्योंकि हमारे देश में मरने के बाद शरीर से स्पर्म निकालने को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं हैं.

24 घंटे तक शुक्राणु जीवित रहते हैं
डॉक्टरों का कहना है कि इसे देश में लागू किया जाना चाहिए. एम्स में फॉरेंसिक सांइस के प्रमुख डॉ. सुधीर गुप्ता ने कहा, ‘स्पर्म को निकालना बहुत साधारण प्रक्रिया है. यह पांच मिनट में हो सकती है, लेकिन इसको लेकर कुछ नैतिक और कानूनी अड़चनें हैं. मौत के बाद 24 घंटे तक शुक्राणु जीवित रहते हैं.'

इजरायल में है अनुमति
हालांकि, इसरायल में पति के मर जाने के बाद पत्नी शुक्राणु अपने पति के स्पर्म का इस्तेमाल कर सकती है. लेकिन एक साल के भीतर ही पत्नी के लिए उसका इस्तेमाल करना लाजमी है. अगर एक साल के भीतर पत्नी की मौत हो जाती है तो उसके पति के स्पर्म को इस्तेमाल में नहीं लाया जा सकता है.

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