
जम्मू सरकार की सरकार ने पहली बार पत्थरबाजी में शामिल हुए लोगों के नाम दर्ज FIR को वापस लेने का निर्णय लिया है. इस फैसले का मकसद राज्य के भटके हुए युवाओं को सुधारने की प्रक्रिया के तौर पर देखा जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तानी मास्टरमाइंड हाफिज सईद का रिहा होना सही नहीं मान रहे हैं गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर.
आतंकी हाफिज सईद के छोड़े जाने पर गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर का कहना है कि काफी दबाव के बाद में आतंकवादी संगठन के सरगना हाफिज सईद को कभी नजरबंद किया जाता है कभी गिरफ्तार किया जाता है. हाफिज सईद को आतंकी संगठन के मुखिया के तौर पर देखा जाता है. पाकिस्तान सरकार ने हाउस अरेस्ट किया था. कोर्ट ने उसे सबूतों के अभाव में छोड़ा है. यह सरकार की साजिश भी हो सकती है.
आगे उन्होंने कहा कि यह पाकिस्तान सरकार की गलती है . दुनिया ऐसे आतंकियों को समाप्त करना चाहती है लेकिन पाकिस्तान ऐसे आतंकी छोड़ रहा है. यह दुखद है. उसकी जगह सिर्फ जेल है. भारत की आगे की रणनीति पर हंसराज अहीर का कहना है कि जो कदम पहले उठाए गए थे आगे भी उसी राह पर बढ़ेंगे. पाकिस्तान सरकार को ऐसे आतंकी को नहीं बचाना चाहिए. उसकी जगह जेल है और वह जेल में ही होना चाहिए.
ओसामा बिन लादेन और ISIS के झंडे घाटी में देखे जाने पर हंसराज अहीर का कहना कि, ऐसे मामलों पर सरकार सजग है. एजेंसियां ऐसी गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं. सेना और सुरक्षा बल की नजर भी ऐसी गतिविधियों पर रहती है.
जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती द्वारा पहली बार पत्थरबाजी में शामिल हुए लोगों के खिलाफ दर्ज हुई FIR वापस लिए जाने वाले फैसले पर हंसराज अहीर का कहना है कि गृह मंत्रालय से सूचना दी गई थी यह निर्णय हमारी सरकार ने लिया है. सरकार के निर्णय के आधार पर राज्य सरकार को सूचित किया जाता है. जिस पर महबूबा मुफ्ती ने यह कदम उठाया है.