
मौसम विभाग के मुताबिक मध्य भारत के ऊपर पश्चिमी और पुरवैया हवाओं के बीच टकराव के चलते अच्छी बारिश हो सकती है. 18 तारीख को उत्तर भारत में एक ताजा वेस्टर्न डिस्टर्बेंस दस्तक दे रहा है. इस वजह से ऐसा अनुमान है कि पुरवैया यानी बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाओं और पछुआ हवाओं के बीच टकराव 17 तारीख से शुरू होगा.
पछुआ हवाएं ठंडी होती हैं और पुरवैया हवाएं गरम और नमी से भरी हुई होती हैं. लिहाजा इस टकराव के चलते घने बादल बनेंगे और कई इलाकों में बारिश होगी. ये टकराव मध्य प्रदेश के ऊपर हो रहा है लिहाजा यहां के आस-पास के राज्यों में बारिश की संभावना बन गई है.
मध्य प्रदेश के ऊपर होने वाले टकराव के चलते पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, उड़ीसा और विदर्भ के तमाम इलाकों में 17 जनवरी से लेकर 20 जनवरी तक गरज के साथ बारिश की संभावना है. जानकारों के मुताबिक यहां पर होने जा रही बारिश एक बड़े इलाके में होगी और कई जगहों पर ओलावृष्टि की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है. ऐसा अनुमान है कि गरज के साथ बारिश होने के साथ-साथ तेज हवाओं की भी संभावना है. इस वेदर सिस्टम की वजह से दिल्ली-एनसीआर में भी 19 तारीख के आसपास मौसम करवट ले सकता है.
इस बार जाड़ों के सीजन में उत्तर भारत और मध्य भारत में न के बराबर बारिश हुई है. बारिश की कमी का खामियाजा रबी सीजन की फसल को उठाना पड़ रहा है. मध्य भारत में जिस तरह की बारिश का अनुमान मौसम विभाग लगा रहा है अगर वैसी बारिश हो गई तो किसानों के लिए ये बड़ी राहत होगी.