
अपने कारनामों के चलते अक्सर सुर्खियां बटोरने वाला बिजली विभाग एक बार फिर अपनी कार्यशैली को लेकर सुर्खियों में है. मामला उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जनपद का हैं जहां बिहार विकास खण्ड के देवर पट्टी गांव में विद्युत विभाग द्वारा बिजली पहुंचने से पहले ही दर्जन घरों में बिजली का बिल भेज दिया गया है.
बिना बिजली के आया बिल
बिजली का बिल देखकर गांव वाले हैरान और परेशान हैं. उन्होंने इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की है. इस गांव में राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के तहत 2015 में गोदरेज कंपनी के ठेकेदारों ने काम शुरू
किया गया. बीपीएल परिवारों को मुफ्त कनेक्शन योजना के तहत आवेदन कराकर कनेक्शन दिए गए. कुछ परिवारों के कनेक्शन अभी अधूरे हैं. कनेक्शनधारकों के घर एक दिन भी बिजली नहीं जली . लेकिन उनके नाम से
1500 से 2000 रुपये तक के बिल आ गए हैं.
गांव वालों का कहना है कि जब घर में बिजली ही नहीं आई तो उसका बिल कैसे आ गया. इसके अलावा जब बीपीएल परिवार को फ्री में बिजली का कनेक्शन दिया गया है तो ऐसे में उनके साथ धोखा हुआ है. गांव के एक परिवार का बिल 1772 रुपये और सुमन का 1500 रुपये का बिल आया है. इसकी वजह से आधा दर्जन से अधिक ग्रामीणों में आक्रोश है.
मामले की जांच के आदेश
वहीं जिलाधिकारी ने कहा कि मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. अगर सही में ऐसा हुआ तो बिजली विभाग के दोषियों के खिलाफ कार्यवाई की जाएगी.