
भारतीय अर्थव्यवस्था नोटबंदी और जीएसटी के असर धीरे-धीरे उबर रही है. इसी का असर है कि भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है. विश्व बैंक ने 2017 के अपडेटेड आंकड़े पेश किए हैं.
विश्व बैंक की तरफ से जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने फ्रांस को 7वें पायदान पर ढकेल दिया है. इस रिपोर्ट में भारत जहां छठे पायदान पर है. वहीं, इस टेबल में सबसे आगे यूनाइटेड स्टेट्स की इकोनॉमी है.
चीन ने इस टेबल में दूसरा रैंक हासिल किया है. चीन के बाद जापान, जर्मनी और ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था काबिज हुई है. भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर पेश किए गए ये आंकड़े 2017 में किए गए रिफॉर्म और बदलावों के आधार पर है.
विश्व बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक 2017 के अंत तक भारत की अर्थव्यवस्था 2.597 खरब डॉलर की थी. इसी दौरान फ्रांस की इकोनॉमी 2.582 खबर डॉलर के बराबर थी.
विश्व बैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा, ''कुछ तिमाही तक भारत की इकोनॉमी में गिरावट रही है. लेकिन बाद में मोदी सरकार की तरफ से शुरू किए गए रिफॉर्म्स ने सूरत बदली और अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिली है.
हालांकि प्रति व्यक्ति आय जीडीपी की बात करें तो इस मामले में भारत फ्रांस से अभी भी पीछे है. फ्रांस की प्रति व्यक्ति जीडीपी भारत से 20 गुना ज्यादा है. इसके लिए भारत की जनसंख्या का ज्यादा होना वजह है. जहां भारत की जनसंख्या 134 करोड़ के पार है. वहीं, फ्रांस की जनसंख्या महज 6.7 करोड़ है.
विश्व बैंक के मुताबिक भारत को मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में आई बढ़त का सहारा मिला है. बैंक ने कहा कि भारतीय इकोनॉमी की रफ्तार अगर धीमी हुई है, तो इसके लिए नोटबंदी और जीएसटी जिम्मेदार थी. हालांकि संपूर्ण रूप में भारतीय अर्थव्यवस्था ने तेज विकास किया है. पिछले 10 साल में भारत की जीडीपी का आकार दोगुना हुआ है.