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अन्ना हजारे से संपर्क करने पर, बड़ी शख्सियत की मदद लेने का आरोप लग सकता है: योगेंद्र यादव

नवगठित समूह स्वराज अभियान समाजसेवी अन्ना हजारे से फिलहाल अपने साथ जुड़ने के लिए नहीं कहेगा क्योंकि इससे समूह पर  बड़ी हस्ती की मदद लेने का आरोप लग सकता है.

योगेंद्र यादव योगेंद्र यादव
aajtak.in
  • पणजी,
  • 27 जून 2015,
  • अपडेटेड 5:02 PM IST

नवगठित समूह स्वराज अभियान समाजसेवी अन्ना हजारे से फिलहाल अपने साथ जुड़ने के लिए नहीं कहेगा क्योंकि इससे समूह पर बड़ी हस्ती की मदद लेने का आरोप लग सकता है.

भविष्य में अन्ना से कर सकते हैं संपर्क
स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव ने गोवा में कहा, ‘ हमारी भविष्य में उन्हें (अन्ना हजारे) जोड़ने की इच्छा हो सकती है. हम उनसे हमारा साथ देने और हमारा मार्गदर्शन करने का अनुरोध करेंगे, लेकिन हमने फिलहाल उनसे संपर्क नहीं किया है.’ यादव एक निजी दौरे पर गोवा गए हैं और वह स्थानीय नेताओं से भी मुलाकात करेंगे.

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अन्ना ने नहीं किया इनकार
उन्होंने कहा कि अगर वे ऐसा करते हैं तो स्वराज अभियान पर 'आप' समेत दूसरी पार्टियों की तरह किसी बड़ी हस्ती की मदद लेने का आरोप लग जाएगा. यादव ने कहा, ‘उन्होंने इनकार नहीं किया है. हम मार्गदर्शन के लिए उनके पास नहीं गए हैं.’ उन्होंने कहा कि वे देश के लिए संघर्ष कर रहे साधारण लोगों से मिल रहे हैं और यह अधिक महत्वपूर्ण है.

केजरीवाल को अभी आंकना गलत
यादव ने एक सवाल का जवाब देते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रदर्शन के आधार पर 1 से 10 के बीच अंक देने से इनकार कर दिया. नेता ने कहा, ‘आंकने के लिए हर मुख्यमंत्री को एक लंबा समय दिया जाना चाहिए. उन्हें अभी आंकना गलत होगा.’

'आप' के मामलों पर नहीं करेंगे टिप्पणी
यादव ने कहा, ‘वास्तव में हमने स्वराज अभियान की एक नीति बनाई है कि हम 'आप' के रोजमर्रा के मामलों पर टिप्पणी नहीं करेंगे. मीडिया को यह पसंद है, लेकिन हम टिप्पणी नहीं करेंगे.’ उन्होंने कहा, ‘हमने तोमर (दिल्ली के कानून मंत्री) के मामले पर टिप्पणी की, हमने दिल्ली सरकार द्वारा जारी सार्वजनिक विज्ञापन के मामले पर टिप्पणी की. हमने उपराज्यपाल के मामले पर टिप्पणी की क्योंकि वे नीति संबंधी मामले थे.’

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सही है पूर्ण राज्य की मांग
यादव ने कहा कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग न्यायोचित है. उन्होंने कहा, ‘ हर चयनित सरकार को अपने अधिकारियों को स्थानांतरित करने का अधिकार होना चाहिए. मुझे लगता है कि आदेश के टकराव की राजनीति पूर्ण राज्य का दर्जा पाने की कोशिश करने का एक अपरिपक्व रास्ता है. इस अपरिपक्वता के कारण कुछ हासिल होने के बजाए प्रतिकूल असर पड़ सकता है.’

स्वयंसेवको ने नहीं किया समझौता
यादव ने  दावा किया कि आप नेताओं ने समझौता किया है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि स्वयंसेवकों ने भी ऐसा किया है. उन्होंने कहा, ‘ किसी सामान्य स्वयंसेवक ने समझौता नहीं किया है. आप आंदोलन में कुछ बेहतरीन सामाजिक कार्यकता हैं. उन्होंने भ्रष्टाचार से समझौता नहीं किया है. उनकी इस भावना को जीवित रखना होगा.’

इनपुट- भाषा

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