
जामिया के छात्रों को किया संबोधित
बीजेपी छोड़ चुके यशवंत सिन्हा ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया के बाहर नागरकिता संशोधन कानून का विरोध कर रहे छात्रों को संबोधित किया. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हाल ही में सरकार ने अनुच्छेद 370 और 35ए को हटा दिया ताकि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्ज छीना जा सके. उन्होंने कहा कि यह असहमति के दमन का सिद्धांत है.
पूरा देश कश्मीर बन गया
82 साल के यशवंत सिन्हा ने कहा कि सरकार में मौजूद लोगों ने दावा किया था कि वे लोग कश्मीर को भारत के दूसरे हिस्से जैसा बना देंगे, लेकिन आज पांच महीनों के बाद कश्मीर भारत के दूसरे हिस्सों जैसा तो नहीं बना लेकिन भारत के बाकी हिस्से कश्मीर के जैसे जरूर बन गए.
अपनी बात को समझाते हुए सिन्हा ने कहा कि यदि आजकल कोई कश्मीर में शोपियां, बारामूला या पुलवामा जाता है तो वो सुरक्षा बलों की भारी तैनाती देखेगा, और अब ऐसी ही स्थिति दिल्ली में बन गई है जहां बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात हैं.
पुलिस और गुंडों का फर्क खत्म
जेएनयू हिंसा पर यशवंत सिन्हा ने कहा कि जहां कहीं भी आप देखते हैं हर जगह दमन का चक्र दिखता है. उन्होंने कहा कि पहले वे लोग दमन करने के लिए पुलिस का इस्तेमाल करते थे, लेकिन अब गुंडों का इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जेएनयू में जो कुछ हुआ उसमें सरकारी पुलिस और सरकारी गुंडों का जो फर्क था वो सब खत्म हो गया. उन्होंने कहा कि पुलिस यहां बेगुनाह लोगों की मदद नहीं करती है बल्कि गुंडों की मदद करती है, पूरे देश में ये विचित्र स्थिति है.