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लाल किले के बारे में आप नहीं जानते होंगे ये बातें...

दिल्ली में मुगलिया सल्तनत की कारीगरी का बेजोड़ नमूना है लाल किला. साल 1648 में आज ही के रोज बन कर हुआ था तैयार...

Red Fort, Delhi Red Fort, Delhi
विष्णु नारायण
  • नई दिल्‍ली,
  • 13 मई 2016,
  • अपडेटेड 11:28 AM IST

वैसे तो मुगलों ने हिन्दुस्तानी आर्किटेक्चर को कई बेहतरीन तोहफे दिए लेकिन दिल्ली के लाल किले की तो बात ही और है. इसे मुगलिया सल्तनत की कारीगरी का बेजोड़ नमूना माना जाता है. यह किला 13 मई के रोज साल 1648 में बन कर तैयार हुआ था.

1. इस किले को लाल पत्थरों से निर्मित किया गया है और इसी वजह से इसका नाम लाल किला पड़ा. इस किले के निर्माण में 10 साल लगे.

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2. संगमरमर पर फूलों की नक्काशी यहां अद्भुत नजारे प्रस्तुत करते हैं. दो गुंबदों वाले इस किले को एक दीवार ने घेर रखा है. इस दीवार की लंबाई 2.41 किलोमीटर है.

3. साल 1638 में जब मुगलिया सल्तनत आगरा से दिल्ली को शिफ्ट हुई थी तो लाल किला बनवाने का काम शुरू किया गया था.

4. इसका डिजाइन आर्किटेक्ट उस्ताद अहमद लाहौरी ने तैयार किया था. उन्होंने ही ताजमहल का भी खाका खींचा था.
लाल किला 200 वर्षों तक मुगल बादशाहों के प्रमुख आवास के रूप में रहा है.

5. साल 1747 में नादिर शाह ने दिल्ली पर चढ़ाई कर इसे लूटा और बाद में इसे अंग्रजों ने भी इसे लूटने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी.

 

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