Advertisement

जीका वायरस पर चेता भारतः ऐहतियात शुरू, हर मोहल्ले में रखी जाएगी कड़ी निगरानी

ब्राजील सहित 20 देशों में फैल चुके जीका वायरस का खतरा भारत में भी मंडरा रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय हरकत में आ गया है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने महिलाओं को गर्भवती ऐहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं.

ब्राजील में 4000 बच्चे छोटे सिर के साथ पैदा हुए ब्राजील में 4000 बच्चे छोटे सिर के साथ पैदा हुए
विकास वशिष्ठ
  • नई दिल्ली,
  • 29 जनवरी 2016,
  • अपडेटेड 6:10 PM IST

ब्राजील सहित 20 देशों में फैल चुके जीका वायरस पर भारत पहले ही सचेत हो गया है. स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने शुक्रवार को आपात बैठक बुलाकर दो कमेटियां बना दी. नड्डा ने कहा कि कम्यूनिटी लेवल पर कड़ी निगरानी भी रखी जाएगी, ताकि एडीज मच्छर से जीका वायरस का संक्रमण न फैल सके.

कौनसी दो कमेटियां बनाई, क्या करेंगी?

  1. टेक्निकल कमेटीः यह जीका वायरस से बचाव के उपाय और इस पर एडवाइजरी जारी करने का काम करेगी.
  2. जॉइंट मॉनिटर कमेटीः यह जीका मामलों की समीक्षा के लिए हर हफ्ते बैठक कर हालात की समीक्षा करेगी.

6 लैब में होगा वायरस पर काम
फिलहाल जीका वायरस पर पुणे के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में काम चल रहा है. हालांकि भारत में फिलहाल इसका कोई केस सामने नहीं आया है. स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने बताया कि अगले एक हफ्ते के भीतर छह और लैब में इस वायरस पर काम शुरू कर दिया जाएगा.

Advertisement

भारतीयों को यह सलाह
इससे पहले इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने भारतीयों को जीका प्रभावित देश न जाने की सलाह दी. यह वायरस गर्भ में पल रहे बच्चे को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है इसलिए गर्भवती महिलाओं को खासतौर पर सतर्कता बरतने को कहा गया है. WHO ने आशंका जताई है कि लैटिन अमेरिका में इसके 40 लाख मामले हो सकते हैं.

IMA ने जारी की यह एडवाइजरी

  • गर्भवती महिलाएं उन देशों की यात्रा न करें, जहां जीका वायरस की आशंका है.
  • जो महिलाएं ऐसे देश गई हैं, वे दो सप्ताह के भीतर वायरस की जांच करा लें.
  • जिनमें बुखार, रैशेज, मांसपेशियों में दर्द जैसे लक्षण हों वे भी इसकी जांच कराएं.
  • किसी क्लीनिक पर ऐसे मरीज आएं तो क्लीनिक स्वास्थ्य विभाग को सूचना दे.

भारत में खतरा क्यों?
भारत में इसलिए खतरा है, क्योंकि जीका वायरस एडीज मच्छर से फैलता है और भारत में इन मच्छरों की भरमार है जिनसे मलेरिया होता है. इस वायरस से माइक्रोसेफेली नाम की बीमारी होती है. इस शब्द का अर्थ है छोटा दिमाग यानी इस बीमारी में दिमाग पूरी तरह विकसित नहीं हो पाता है. गर्भ में पल रहे बच्चों को इससे सबसे ज्यादा खतरा है.

Advertisement

क्या रियो ओलंपिक पर भी खतरा है?
ब्राजील में करीब 10 लाख लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं. वहां करीब चार हजार बच्चे बेहद छोटे विकृत सिर के साथ पैदा हुए हैं. महिला एथलीट्स को यहां न जाने की चेतावनी दी गई है. ऑस्ट्रेलिया ने साफ कहा है कि महिला एथलीट रियो जाने से पहले सोच लें. ओलंपिक में छह महीने बचे हैं. ब्राजील ने इससे निपटने के लिए दूसरे देशों से भी मदद करने को कहा है. अल सल्वाडोर में तो महिलाओं को दो साल तक प्रेग्नेंट न होने के लिए कह दिया गया है.

वेनेजुएला में 4700 मामले
वेनेजुएला में जीका के 4700 संदिग्ध मामले सामने आए हैं. यह पहली बार है जब तीन करोड़ जनसंख्या वाले इस दक्षिण अमेरिकी देश की सरकार ने संदिग्ध संक्रमित लोगों की संख्या जारी की है. यह देश आर्थिक और राजनीतिक संकट से जूझ रहा है. वहीं, फ्रांस की सरकार ने भी विदेश यात्रा से लौटे पांच लोगों में इसके संक्रमण की पुष्टि की है. न्यूयॉर्क सिटी में भी तीन लोगों में संक्रमण की बात सामने आई है.

जानिए, कैसे बचा जा सकता है जीका वायरस से

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement