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एक तरफ भारतीय कोडर्स/डेवेलपर्स सिलिकॉन वैली में अपनी अलग छाप छोड़ रहे हैं, तो दूसरी तरफ इनकी बुराई भी होती है. हर बार ये कहा जाता है कि भारतीय डेवलपर्स थर्ड क्लास कोडर्स होते हैं.
फ्रेंच सिक्योरिटी रिसर्चर रॉबर्ट बैप्टिस्टे जिन्होंने आधार को लेकर कई खुलासे किए हैं ये ट्विटर पर Elliot Anderson के नाम से हैं. इन्होंने एक नई बहस छेड़ी है जिसमें ज्यादातर भारतीय डेवेलपर्स को दोयम दर्जे का बताया जा रहा है.
उन्होंने एक ट्वीट में कहा है, ‘मैं इंडियन डेवेलपर्स के साथ काम करता था और कभी ये काफी मुश्किल था. अगर आप सीनियर डेवेलपर हैं और आप git यूज करना नहीं जानते. आप बैकएंड डेवेलपर हैं और आप Curl Request नहीं समझते.’
उन्होंने जिस git की बात की है इससे उनका मतलब शायद वो सॉफ्टवेयर है जिसे दुनिया भर में डेवेलपर्स कोड में बदलाव को चेक करने के लिए यूज करते हैं. या शायद वो GitHub की बात कर रहे हैं जो Git का वेब वर्जन है और इसे भी डेवेलपर्स काफी यूज करते हैं.
इसके बाद भी किए गए कुछ ट्वीट्स में उन्होंने अपनी बात को सही ठहराने के लिए ये है, ‘भारतीय डेवेलपर्स के साथ समस्या ये है कि वो क्यूरियस नहीं हैं. चीजें जानने में कोई गलती नहीं है. कभी कभी इंटरव्यू के दौरान कैंडिडेट बेसिक सवालों के बारे में भी गूगल सर्च करते हैं’
आपको बता दें कि पहला मौका नहीं है जब भारतीय कोडर्स और डेवेलपर्स को कम क्षमता वाला बताया गया है. अक्सर भारतीय डेवेलपर्स को कोड कॉपी पेस्ट करने वाला कहा जाता रहा है.
इस ट्वीट पर कई भारतीय रिप्लाई हैं और दिलचस्प ये है कि इनमें से ज्यादा इसके सपोर्ट में है. हालांकि कई लोगों ने अपनी स्किल दिखाते हुए इस फ्रेंच सिक्योरिटी रिसर्चर को ट्रोल भी किया है.