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मैलवेयर और फिशिंग से बचने के लिए क्रोम में यूज कर सकते हैं माइक्रोसॉफ्ट डिफेंडर

यह एक एक्स्टेंशन है जिसे आप क्रोम ब्राउजर क्रोम वेब स्टोर से डाउनलोड करके इंस्टॉल कर सकते हैं. विंडोज डिफेंडर ब्राउजर प्रोटेक्शन को कंपनी अपने ऐज ब्राउजर में इनबिल्ट दिया है जो ब्राउजिंग को सुरक्षित बनाने का दावा करता है.

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Munzir Ahmad
  • नई दिल्ली,
  • 19 अप्रैल 2018,
  • अपडेटेड 6:29 PM IST

इंटरनेट एक्स्प्लोरर माइक्रोसॉफ्ट का ब्राउजर है जिसे जम कर ट्रोल किया जाता है. देर से रिस्पॉन्ड करने की वजह से इसे स्लो ब्राउजर कहा जाता है. अब माइक्रोसॉफ्ट दूसरे ब्राउजर के लिए डिफेंडर प्रोटेक्शन ला रहा है. कंपनी ने इसे सिक्योरिटी के लिए जारी किया है ताकि आप इसे यूज करके फिशिंग से बच सकें.

दरअसल यह एक एक्स्टेंशन है जिसे आप क्रोम ब्राउजर क्रोम वेब स्टोर से डाउनलोड करके इंस्टॉल कर सकते हैं. विंडोज डिफेंडर ब्राउजर प्रोटेक्शन को कंपनी अपने ऐज ब्राउजर में इनबिल्ट दिया है जो ब्राउजिंग को सुरक्षित बनाने का दावा करता है.

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कंपनी ने दावा किया है कि यह टूल यूजर्स को ब्राउजिंग करते वक्त फिशिंग और मैलवेयर से बचाएगा. इस एक्स्टेंशन में रियल टाइम इंडिकेटर दिया गया है जो यूजर्स को ये बताएगा कि वो जिस वेबसाइट को देख रहे हैं वो खतरनाक है या नहीं.

गौरतलब है कि गूगल अपने क्रोम ब्राउजर में पहले से ही खतरनाक लिंक से यूजर्स को बचाने के लिए प्रोटेक्शन टूल यूज करता है जो इनबिल्ट है. माइक्रोसॉफ्ट का दावा है कि विंडोज डिफेंडर प्रोटेक्शन यूजर्स को फिशिंग से 99 फीसदी तक बचाता है और इसके मुकाबले क्रोम 87 फीसदी और फायरफॉक्स 70 फीसदी फिशिंग प्रोटेक्शन देते हैं.

फिशिंग और मैलवेयर अटैक से बचने के लिए आप इसे यूज कर सकते हैं. क्रोम वेब स्टोर पर यह फ्री उपलब्ध है जहां से इसे डाउनलोड किया जा सकता है. आए दिन ऐसी घटनाएं सुनने को मिलती हैं जहां ऑनलाइन फ्रॉड के जरिए यूजर्स का इंटरनेट बैंकिंग पासवर्ड उड़ा कर ट्रांजैक्शन किए जाते हैं.

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