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दुनियाभर में लोग पालतू जानवरों का शौक रखते हैं. भारत में भी बड़ी संख्या में लोगों के घरों में कुत्ते, बिल्ली और दूसरे पालतू जानवर मिलते हैं. हालांकि, इन जानवरों को पालना सिर्फ शौक का काम नहीं है. इसके लिए काफी ज्यादा साफ-सफाई करनी पड़ती है. क्या आप जानते हैं कि कितने प्रतिशत भारतीय ऐसे हैं, जो जानवर पालने के साथ-साथ साफ-सफाई का भी ध्यान रखते हैं.
Dyson Global Dust Study 2023 में इसका खुलासा हुआ है. रिपोर्ट की मानें तो पालतू जानवर पालने वाले 4 लोगों में से 1 भारतीय ही रोजाना घर की सफाई को प्राथमिकता देते हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि भारतीय पेट्स पर रहने वाले वायरस की मौजूदगी को लेकर काफी जागरूक होते हैं. फिर भी पालतू जानवर रखने वाले 4 लोगों में से 1 ही डेली क्लीनिंग को अपनी प्रायोरिटी देते है.
डायसन में रिसर्च साइंटिस्ट मोनिका स्टुज़ेन ने बताया कि कई लोगों का मानना है कि पालतू जानवर के बाल सबसे बड़ी प्रॉब्लम है, क्योंकि वह सबसे ज्यादा नजर आते हैं. जबकि हैरान करने वाली बात यह है कि लोग अन्य गंदगी के बारे में जानते नहीं है, क्योंकि वह माइक्रोस्कोपिक होते हैं. बहुत से लोगों को लगता है कि पालतू जानवर के बाल एलर्जी को बढ़ाते हैं, जबकि एलर्जी का सबसे बड़ा कारण Pet Dander है.
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भारत में 6 लोगों में से 1 एक व्यक्ति जानवर को पालना पसंद करता है. इसमें सबसे ज्यादा Dog को पालना पसंद करते हैं. स्टडी में खुलासा हुआ कि 42 प्रतिशत भारतीय अपने पालतू जनवरी को अपने सोफे पर आने से रोकते हैं, जबकि वे लोग ये बात नहीं जानते हैं कि जानवर की रूसी पूरे घर में मौजूद है, जो बहुत ही छोटे आकार में होती है. इनकी वजह से एलर्जी आदि होती है.
डायसन ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि पालतू जानवर पालने वाले बहुत ही कम लोग हैं, जो सफाई के दौरान पालतू जानवर के बाल आदि हटाने पर ध्यान देते हैं. सिर्फ 31 प्रतिशत लोग ही हैं, जो क्लीनिंग प्रोसेस में एनीमल हेयर हटाने पर प्रायोरिटी दिखाते हैं. इन बालों की वजह से भी कई तरह की बीमारियां होती हैं.
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डायसन ने इस रिसर्च के लिए 15 मिनट का ऑनलाइन सर्वे कराया. इसमें 39 देशों के 33997 लोगों ने हिस्सा लिया. इसके बाद उनके कुछ सवाल पूछे गए, जिसके बाद उन्होंने अपने जवाब दिए. इस सर्वे के आधार पर इस रिपोर्ट को तैयार किया है.