ब्राजील में एक डॉक्टर लोगों को फ्री मेडिकल सलाह और कोरोना के लिए विवादित दवाएं मुहैया करा रहे हैं. हालांकि इस डॉक्टर की एक कंडीशन है कि अगर किसी को उनकी सेवाएं चाहिए तो उससे पहले लोगों को उनका यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब करना होगा. (फोटो क्रेडिट: Albert Dickson)
डॉक्टर एलबर्ट डिकसन एक ऑपथेल्मोलॉजिस्ट हैं और उनका कुछ समय पहले फेसबुक पर एक वीडियो वायरल हो रहा था जिसमें उन्होंने विस्तार से ये बताया था कि आखिर कैसे उनसे फ्री सलाह ली जा सकती है. वे एक राजनीतिक पार्टी से भी ताल्लुक रखते हैं. (फोटो क्रेडिट: Albert Dickson)
उन्होंने अपने इस वीडियो में कहा था कि आप फ्री मेडिकल सलाह के लिए कैसे अप्लाई कर सकते हैं? आपको बस हमारा चैनल सब्सक्राइब करना होगा. आप उसके बाद स्क्रीनशॉट लें और फिर मुझे व्हाट्सएप कर दें. जब आप इसे मुझे भेज देंगे तो आप मेरी सेवाएं एक्सेस कर सकेंगे. (फोटो क्रेडिट: Albert Dickson)
बीबीसी से बातचीत में कई मरीजों का कहना था कि डॉक्टर एलबर्ट की सेवाएं लेने के लिए उन्हें उनका चैनल सब्सक्राइब करना पड़ता है. हालांकि जब एलबर्ट से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वे लोगों को यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर फॉलो करने की सलाह देते हैं और किसी पर कोई दबाव नहीं है. (फोटो क्रेडिट: Albert Dickson)
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर मुझे फॉलो करना अनिवार्य नहीं है. कई लोग ऐसे हैं जो मेरा चैनल सब्सक्राइब नहीं करते हैं लेकिन ऐसा नहीं है कि मैं उनका इलाज करने से मना कर देता हूं. फेडरल काउंसिल ऑफ मेडिसिन ब्राजील ने मुझे कोविड-19 के इलाज के लिए अधिकार दिया हुआ है. (फोटो क्रेडिट: Albert Dickson)
हालांकि ये डॉक्टर कोरोना वायरस को लेकर जो दवाएं देते हैं वो काफी विवादों में है. यूट्यूब ने एक नए नियम के तहत इस डॉक्टर के 12 वीडियो को भी हटा दिया गया है क्योंकि वे कोरोना को लेकर गलत जानकारी फैला रहे थे. (फोटो क्रेडिट: Albert Dickson)
इन वीडियो में डॉक्टर एलबर्ट को ये कहते हुए सुना जा सकता है कि कोविड-19 का उनके पास गारंटी इलाज है. इसके अलावा उन्होंने आइवरमेक्टिन और हाइड्रोक्लोरोक्वीन जैसी दवाओं को कोरोना के इलाज के लिए सही बताया था. (फोटो क्रेडिट: Albert Dickson)
गौरतलब है कि ब्राजील के राष्ट्रपति बोलसोनेरो भी हाइड्रोऑक्सीक्लोरोक्वीन और आइवरमेक्टिन जैसी दवाओं को कोरोना के लिए कारगर बता चुके हैं. हालांकि मेडिकल विशेषज्ञों ने इसे कोरोना महामारी के लिए नाकाफी बताया है. ब्राजील में अब तक 4 लाख 39 हजार लोगों की इस वायरस से मौत हो चुकी है. (फोटो क्रेडिट: Albert Dickson)