कोरोना वायरस से दुनिया में कोहराम मचा हुआ है. भारत में भी इस वायरस से पीड़ितों की संख्या 33 हो गई है. ऐसे में बचाव के लिए देश के सरकारी हॉस्पिटल अपने-अपने तरीके अपना रहे हैं. मध्य प्रदेश के ऐसे ही एक सरकारी हॉस्पिटल में फ्री में होम्योपैथिक दवा बांटने का कैंप लगा, जिसमें दावा किया गया कि इस दवाई को सिर्फ 3 दिन लेने से कोरोना वायरस का अटैक नहीं होगा.
मध्य प्रदेश के राजगढ़ में कोरोना वायरस से बचाव के लिए जिला अस्पताल परिसर में आयुष स्वास्थ्य शिविर लगाया गया, जिसमें कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने का दावा करने वाली होम्योपैथी दवा लोगों को नि:शुल्क बांटी गई. इस दवा को लेने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. दावा किया गया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए होम्योपैथी की आर्सेनिक एल्बम -30 को 3 दिन खाली पेट लेने से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है.
राजगढ़ में प्रभारी जिला आयुष अधिकारी डॉक्टर मनोज चौहान ने बताया कि पूरे देश में कोरोना का इन्फेक्शन हो रहा है, जिससे सभी लोग डरे हुए हैं. कोरोना की प्रिवेंटिव होम्योपैथी दवा की तीन खुराक 3 दिन तक लगातार लेने से प्रतिरोधक क्षमता अपने आप पैदा होती है. कोरोना के बचाव में हम यहां पर होम्योपैथी दवा वितरण कर रहे हैं. यहां काफी लोग लेने आए.
आयुर्वेद होम्योपैथी फार्मासिस्ट भोलाराम सूर्यवंशी ने बताया कि होम्योपैथी का कैंप लगाया गया है. कोरोना वायरस फैला है, उसी के लिए मेडिसिन बनी है. इसको हम यहां वितरण कर रहे हैं. कम से कम एक हजार पेशेंट देख चुके हैं. इस दवा का 3 दिन का डोज होता है. एक तरीके से यह शरीर के लिए सुरक्षा कवच होता है.
उन्होंने दावा किया कि दवा लेने के बाद कोरोना वायरस नहीं होता है. पहले से ही यह डोज दिया जा रहा है. जितने पेशेंट ये दवा खाएंगे, उतने ही पेशेंट का कोरोना से बचाव रहेगा. पोलियो की तरह यह दवा भी पहले ही दी जा रही है.
उनके मुताबिक, इस दवा को देने का तरीका है कि ढक्कन में लेने के बाद 6 दाने मुंह में डालकर चूसना है. सुबह पहले भूखे पेट दवा लें और आधे घंटे से पहले कुछ नहीं खाना है. दवा को हाथ नहीं लगाना है, ढक्कन से ही खाना है. बच्चों को चार दाने और बड़ों को 6 दाने खाने हैं. यह दवा सिर्फ सुबह ही एक टाइम खानी है.
बता दें कि अब तक देश में कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या 31 थी, पंजाब में दो मामलों की पुष्टि के साथ ही देश में कोरोना वायरस से पीड़ितों की संख्या 33 हो गई है.