कोरोना वायरस से दुनियाभर में डेढ़ करोड़ लोगों की मौतें हो सकती हैं. ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी की एक स्टडी में ये दावा किया गया है. महामारी की सबसे कम खतरनाक स्थिति में, पहले एक साल के भीतर, डेढ़ करोड़ लोगों की मौत की आशंका जाहिर की गई है. स्टडी में यह भी बताया गया है कि कोरोना वायरस की वजह से दुनिया की इकोनॉमी पर भी काफी बुरा असर पड़ेगा.
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी की स्टडी में यह भी दावा किया गया है कि महामारी अगर सबसे बुरी स्थिति में पहुंच जाती है तो इससे 6 करोड़ 80 लाख तक लोगों की मौत हो सकती है. इनमें लाखों लोग अमेरिका और ब्रिटेन के भी हो सकते हैं.
स्टडी में चीन में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की मृत्यु दर का अनुमान 2 फीसदी लगाया गया है, वहीं वैश्विक स्तर पर फिलहाल यह दर 3.4 फीसदी तक है.
स्टडी के मुताबिक, भारत और चीन में मौतों की संख्या कई लाख हो सकती है, वहीं, अमेरिका में 2 लाख 30 हजार तक लोग इसके शिकार हो सकते हैं. रिसर्चर्स ने इस बात का भी उल्लेख किया है कि अमेरिका में सामान्य इन्फ्लूएंजा से हर साल 55 हजार लोगों की मौत हो जाती है.
स्टडी में ब्रिटेन में 64 हजार लोगों की मौतें, जर्मनी में 79 हजार और फ्रांस में 60 हजार मौतों की आशंका जाहिर की गई है. वहीं, साउथ कोरिया और इटली के भी लोग इससे प्रभावित होंगे.
वहीं, लंदन के इम्पेरियल कॉलेज की टीम ने एक स्टडी की है जिसमें कहा गया है कि कोरोनो वायरस की वजह से अमेरिका में 22 लाख लोगों की मौत हो सकती है, वहीं इंग्लैंड के 5 लाख लोगों की जान जा सकती है.
बता दें कि दुनियाभर में कोरोना वायरस संक्रमण के एक लाख 84 हजार से अधिक मामले
सामने आ चुके हैं. WHO के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, 7529 लोगों की कोरोना
से मौत हो चुकी है.