दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जूमा की गिरफ्तारी के बाद से ही कई शहरों में हिंसा जारी है और इस हिंसा में अब तक 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. हालात इतने खराब है कि एक महिला को जलती हुई बिल्डिंग से अपने बच्चे को नीचे फेंकना पड़ा. (फोटो क्रेडिट: AP)
डरबन के सेंट्रल बिज़नेस डिस्ट्रिक्ट में ग्राउंड फ्लोर पर दंगाइयों ने दुकानों में आग लगानी शुरू कर दी थी जिससे लोग ऊपर की मंजिल पर फंस गए थे. ये महिला भी ऊपर ही मौजूद थी और इसने अपने बेटे की जान बचाने के लिए उसे नीचे फेंक दिया था. (फोटो क्रेडिट: AP)
दरअसल वहां मौजूद कुछ लोग एक अपार्टमेंट में फंसे लोगों की मदद कर रहे थे, उन्होंने जब इस महिला को देखा तो वहां पहुंचकर इस बच्चे को लपक लिया. इसके बाद महिला को बचाया गया और मां-बेटे की मुलाकात भी हुई लेकिन महिला शॉक के चलते कुछ बोल नहीं पा रही थीं.(फोटो क्रेडिट: AP)
गौरतलब है कि 79 साल के जूमा को 15 महीने की जेल की सजा सुनाई गई है. पिछले हफ्ते वे खुद अरेस्ट हो गए थे. बता दें कि इसी साल जून के महीने में जैकब को अवमानना का दोषी माना गया था क्योंकि अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान हुए कथित भ्रष्टाचार की जांच में वे शामिल नहीं हुए थे.(फोटो क्रेडिट: AP)
जूमा की सजा सुनाए जाने के बाद से उनके समर्थक भड़क गए और उनकी रिहाई की मांग करते हुए सड़क जाम करने लगे. इसके बाद भीड़ ने हिंसा करना शुरू कर दिया और दक्षिण अफ्रीका के कई शहरों में लूटपाट और आगजनी होने लगी. (फोटो क्रेडिट: AP)
एक रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण अफ्रीका की 60 मिलियन से अधिक आबादी का लगभग पचास प्रतिशत हिस्सा गरीबी में जी रहा है और इस देश में 32 प्रतिशत बेरोजगारी है. कोरोना काल और कमजोर अर्थव्यवस्था के चलते कई लोगों के हालात और ज्यादा दयनीय हो चुके हैं. इसी के चलते जूमा के अरेस्ट के बाद हिंसा और लूटपाट का दायरा बढ़ा. (फोटो क्रेडिट: AP)
बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण अफ्रीका के सबसे बड़े टाउनशिप सोवेटो जहां एक दौर में नेल्सन मंडेला का घर भी था, वहां 200 से अधिक मॉल में लूटपाट की गई है. राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने इसे दक्षिण अफ्रीका इतिहास की सबसे भीषण हिंसाओं में से एक बताते हुए चिंता जाहिर की है. (फोटो क्रेडिट: AP)
ये हिंसा ज्यादातर दक्षिण अफ्रीका के दो प्रांतों में फैली है और इस देश के बाकी सात प्रांतों में पुलिस पर हाई अलर्ट पर चली गई है. हिंसा से निपटने के लिए 2500 सैनिकों को भी दक्षिण अफ्रीकी पुलिस को सपोर्ट के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है हालांकि अब भी कई हिस्सों में हिंसा जारी है. (फोटो क्रेडिट: getty images)