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पाकिस्तान की शहलीन को दिल दे बैठे भारत के नमन, 7 साल के इंतजार के बाद ऐसे हुई शादी!

Unique Love Story: दोनों की प्रेम कहानी की शुरुआत होती है साल 2015 से, जब पंजाब के बटाला में रहने वाले नमन पाकिस्तान के लाहौर अपने रिश्तेदारों से मिलने गए थे. इसी दौरान उनकी मुलाकात शहलीन से हुई. पहली नजर में वो शहलीन को दिल बैठे. भारत आने के बाद भी सोशल मीडिया के जरिए दोनों संपर्क में बने रहे.

नमन लूथरा और शहलीन जावेद की जोड़ी (फोटो- फेसबुक) नमन लूथरा और शहलीन जावेद की जोड़ी (फोटो- फेसबुक)
aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 22 मई 2023,
  • अपडेटेड 3:25 PM IST

प्यार सरहदें नहीं देखता, बस हो जाता है... भारत के नमन लूथरा और पाकिस्तान की शहलीन जावेद की प्रेम कहानी कुछ ऐसी ही है. दोनों की मुलाकात 8 साल पहले हुई थी. उन्होंने कई साल इंतजार किया, तमाम अड़चनों का सामना किया लेकिन हार नहीं मानी. आखिरकार, साल 2023 में दोनों हमेशा के लिए एक-दूजे के हो गए. हाल ही में खुद कपल और उनके पैरेंट्स ने पूरा किस्सा बयां किया है. 

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इन दोनों की प्रेम कहानी की शुरुआत होती है साल 2015 से, जब पंजाब के बटाला में रहने वाले नमन पाकिस्तान के लाहौर अपने रिश्तेदारों से मिलने गए थे. इसी दौरान उनकी मुलाकात शहलीन से हुई. पहली नजर में वो शहलीन को दिल दे बैठे. भारत आने के बाद भी सोशल मीडिया के जरिए दोनों संपर्क में बने रहे. फिर 2016 में उनकी सगाई हो गई. ये समारोह पाकिस्तान में हुआ था. 

सगाई के बाद शहलीन 2018 में अपनी मां और मौसी के साथ भारत आईं. यहां उनकी मुलाकात नमन के घरवालों से हुई. बातचीत के बाद दोनों के परिवार रिश्ते को आगे बढ़ाने पर राजी हो गए. लेकिन भारत-पाकिस्तान के बीच कटु संबंधों के चलते ये इतना आसान नहीं था. नमन जहां हिंदू हैं, वहीं शहलीन ईसाई हैं. 

भारत के नमन लूथरा और पाकिस्तान की शहलीन जावेद

इसी बीच 2020 में कोरोना महामारी ने भी दस्तक दे दी और नमन-शहलीन की शादी फिर टल गई. इसके बाद 2021 और 2022 में शहलीन के घरवालों ने भारत के वीजा के लिए अप्लाई किया लेकिन उनका आवेदन रद्द हो गया. इस दौरान नमन-शहलीन की उम्मीदें जरूर टूटीं लेकिन शादी का इरादा नहीं. वे हर संभव कोशिश में लगे रहे और आखिरकार साल 2023 में वो दिन आ ही गया. 

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बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, मार्च में शहलीन के परिवार के तीन सदस्यों को भारत का वीजा मिल गया और वे अप्रैल में भारत की सरजमीं पर लैंड कर गए. इसको लेकर शहलीन कहती हैं- 'सच्चे दिल से जो चाहा जाए वह अंत में मिल ही जाता है. मैंने सोच रखा था कि चाहे कितनी ही देर लग जाए, इंतजार करूंगी.' फिलहाल, शादी के बाद शहलीन ने भारत में ही रहने का फैसला किया है. 

दोनों के घर वालों ने कैसे कबूल ये रिश्ता?

नमन की मां योगिता लूथरा कहती हैं कि जब बेटे ने पाकिस्तानी लड़की से शादी की बात कही, तो एक झटका सा लगा. ये बहुत अप्रत्याशित था. नमन के पिता भी शुरू में इस शादी के लिए तैयार नहीं थे. लेकिन नमन ने तय कर लिया था कि वो शादी तो शहलीन से ही करेगा. इसलिए ना-नुकुर के बाद भी परिवार वाले इस रिश्ते के लिए तैयार हो गए. 

उधर, शहलीन के पैरेंट्स के लिए भी ये रिश्ता आसान नहीं था. मगर बेटी की जिद के आगे उनकी एक ना चली. आसपास के लोगों ने ताने भी मारे और इतनी दूर शादी के लिए मना किया, बावजूद इसके नमन और शहलीन की शादी हुई वो भी पंजाब के बटाला में. शहलीन के मां कहती हैं- भारत में शादी की रस्में लगातार 15 दिन जारी रहीं. हमने सभी इच्छाएं/रस्में पूरी कीं.

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