
इजरायल की सेना ने गाजा पट्टी में टैंक और लड़ाकू विमानों से हमले का दावा किया है. फलस्तीनी की दक्षिणी इजरायल में रॉकेट हमले के बाद ये कार्रवाई की गई है. दूसरा रॉकेट दागे जाने के बाद ही सोमवार को सेना की ओर से कहा गया कि इजरायली सेना ने हमास की लड़ाकू पोस्ट को टैंक से निशाना बनाया है.
सेना के प्रवक्ता ने बताया गाजा पट्टी से दो रॉकेट दागे गए लेकिन इजरायल की आयरन डोम मिसाइल रक्षा प्रणाली ने दूसरे रॉकेट को हवा में ही नष्ट कर दिया. पहला रॉकेट दागने के बाद इस्राइल सेना ने एक बयान जारी कर कहा कि इस हमले की प्रतिक्रिया में, 'दक्षिणी गाजा पट्टी में स्थित हमास सैन्य चौकी को एक टैंक और इजरायल की वायु सेना ने निशाना बनाया'. हालांकि सेना ने यह नहीं बताया कि रॉकेट के हमले में जान-माल का कोई नुकसान हुआ या नहीं.
इजरायली सेना ने इसके लिए हमास को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि उसने इजरायल की अधिकृत जमीन पर हमला किया. ताजा रॉकेट हमला अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से यरूशलम को इजरायल की राजधानी के तौर पर मान्यता देने के बाद किया गया. इस ऐलान के बाद से फिलिस्तीनी क्षेत्र में अशांति बनी हुई है.
राष्ट्रपति ट्रंप के इस ऐलान के बाद कुल मिलाकर 4 लोगों की मौत हो चुकी है और कई अन्य घायल हुए हैं. पश्चिम तट में फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों ने इजरायली सैनिकों पर पथराव किया था. सैनिकों ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए आंसू गैस के गोले छोड़े और रबर की गोलियां चलाई थी.
जॉर्डन, तुर्की, पाकिस्तान और मलेशिया सहित कई मुस्लिम और अरब देशों में भी हजारों लोगों ने इस फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. रविवार को बांग्लादेश, लेबनान, इंडोनेशिया, मिस्र और फिलस्तीनी क्षेत्रों में विरोध प्रदर्शन हुए.