
ब्रिटेन में जिस शख्स ने भीड़भाड़ वाले स्थान पर चाकूबाजी की थी उसके बारे में अहम खुलासा हुआ है. 20 साल का ब्रिटिश नागरिक सुदेश ममूर फराज अम्मन एक सजायाफ्ता आतंकवादी था और कैद की आधी सजा के बाद हाल ही में वह जेल से बाहर आया था. लंदन पुलिस ने बताया कि इस शख्स का झुकाव ISIS की ओर था. सुदेश ममूर के रिश्तेदार श्रीलंका में हैं.
बता दें कि ब्रिटेन के दक्षिणी लंदन में आंतकवादी हमले में तीन लोग घायल हो गए थे. हमले के बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए स्कॉटलैंड यार्ड के अधिकारियों ने सुदेश ममूर को मार गिराया था. ये शख्स आंतकी सामग्री रखने और आंतक फैलाने के लिए तीन वर्ष और चार महीने की सजा काटने के बाद हाल में जेल से रिहा हुआ था.
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ISIS ने ली हमले की जिम्मेदारी
अमेरिका की साइट इंटेलीजेंस ग्रुप के अनुसार अपनी प्रचार एजेंसी अमाक पर एक बयान जारी कर ISIS लंदन में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी. ISIS ने कहा कि सुदेश उसका लड़ाका था. अम्मन को दिसंबर, 2018 में आतंकवाद से संबंधित अपराधों में तीन साल चार महीने की कैद की सजा सुनायी गयी थी. वह तब 18 साल का था. उसे पिछले महीने लाइसेंस के तहत रिहा किया गया था. वह निगरानी में चल रहा था.
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'शहीद' की तरह मरना चाहता था
लंदन पुलिस ने कहा है कि उसके घर से एक नोटपैड मिला है जिसमें उसने अपने जीवन का मकसद बताया है. एक साल पहले जब उसे कैद की सजा हुई थी तब मेट्रोपोलिटन पुलिस की आतंकवाद निरोधक कमान के प्रमुख रहे एलीक्स बून ने कहा, वह एक 'शहीद' की तरह मरना चाहता था और जन्नत जाने की इच्छा रखता था.
रविवार को अम्मन ने एक नकली बम भी बांध रखा था. उसे मार गिराने से पहले आतंकवाद निरोधक निगरानी अभियान के तहत सशस्त्र पुलिस अधिकारियों की उस पर नजर थी. मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने बताया कि सशस्त्र बलों ने अम्मन को गोली मारी जिसे घटनास्थल पर मृत घोषित कर दिया गया.
(एजेंसी इनपुट के साथ)