Advertisement

म्यामांर ने रोहिंग्या मुसलमानों की घर वापसी में देरी के लिए बांग्लादेश को बताया जिम्मेदार

म्यामांर सरकार के प्रवक्ता जॉव हत्ये ने अल्पसंख्यक रोहिंग्या मुसलमानों की घर वापसी में हो रही देरी के लिए बांग्लादेश को जिम्मेदार बताया.

फाइल फोटो फाइल फोटो
केशवानंद धर दुबे
  • यंगून,
  • 01 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 3:49 PM IST

म्यामांर ने रोहिंग्या अल्पसंख्यक मुसलमानों की घर वापसी में विलंब के लिए बांग्लादेश को जिम्मेदार बताया. म्यामांर के रखाइन प्रांत में हिंसक घटनाओं के कारण अगस्त से वहां से भाग कर बांग्लादेश जा रहे अल्पसंख्यक समुदाय के लोग बेहद खराब हालात में शरणार्थी शिविरों में रह रहे हैं.

म्यामांर सरकार के प्रवक्ता जॉव हत्ये ने अल्पसंख्यक रोहिंग्या मुसलमानों की घर वापसी में हो रही देरी के लिए बांग्लादेश को जिम्मेदार बताया.

Advertisement

बता दें कि मुख्य रूप से बौद्ध बहुल म्यामांर से सेना की कठोर कार्रवाई के कारण पिछले दो महीने में करीब 6,00,000 रोहिंग्या मुसलमान भाग कर बांग्लादेश पहुंचे हैं.

अंतरराष्ट्रीय समुदाय के भीषण दबाव और जातीय सफाया के संयुक्त राष्ट्र के आरोपों के कुछ ही सप्ताह बाद म्यामांर ने उन रोहिंग्या मुसलमानों की देश वापसी का वादा किया है जो सत्यापन के मानदंडों पर खरे उतरेंगे.

बहरहाल, इन सत्यापन मानदंडों की कोई तय रूपरेखा अभी तक नहीं है. इस कारण लोगों में डर है कि बहुत कम संख्या में रोहिंग्या वापसी कर सकेंगे.

बांग्लादेश की सरकार कर रही देरी

उन्होंने बताया, ‘म्यामांर सरकार पहले ही घोषणा कर चुकी है कि वह किसी भी वक्त उन्हें (शरणार्थियों) वापस लेने को तैयार है, लेकिन बांग्लादेश की सरकार अब भी दोनों देशों के बीच समझौते पर विचार कर रही है.’ उन्होंने कहा कि 25 अगस्त के बाद से भाग कर गए रोहिंग्या मुसलमानों की सूची बांग्लादेश ने अभी तक नहीं सौंपी है. उन्होंने कहा कि हमने बांग्लादेश से पहले ही यह देने को कहा है. उसके बाद ही हम सत्यापित करेंगे कि कितने लोगों ने पलायन किया है.'

Advertisement

उन्होंने रोहिंग्या अल्पसंख्यकों के नाम पर बांग्लादेश को मिली 40 करोड़ डॉलर की सहायता राशि के तार उनके वापसी में हो रही देरी से जोड़ने संबंधी में कुछ नहीं कहा.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement