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पठानकोट हमले पर भारत के साथ ओबामा, बोले- अपने यहां के आतंकी नेटवर्कों को तबाह करे PAK

ओबामा ने पठानकोट में वायुसेना अड्डे पर आतंकी हमले को ‘भारत की ओर से लंबे समय से झेले जा रहे अक्षम्य आतंकवाद की एक और मिसाल’ करार दिया है.

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा
स्‍वपनल सोनल
  • वाशिंगटन,
  • 24 जनवरी 2016,
  • अपडेटेड 9:55 AM IST

आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका ने रविवार को जहां एक ओर भारत की प्रशंसा की है, वहीं पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है. राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से सीधे शब्दों में कहा कि इस्लामाबाद अपने यहां के आतंकी नेटवर्कों को ‘अवैध ठहराकर, बाधित करके और तबाह करके’ प्रभावी ढंग से कार्रवाई कर सकता है और उसे यह अवश्य करना चाहिए.

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ओबामा ने पठानकोट में वायुसेना अड्डे पर आतंकी हमले को ‘भारत की ओर से लंबे समय से झेले जा रहे अक्षम्य आतंकवाद की एक और मिसाल’ करार दिया है. उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से संपर्क साधने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना भी की है.

एक इंटरव्यू के दौरान ओबामा ने कहा, 'दोनों नेता इस दिशा में बातचीत को बढ़ा रहे हैं कि क्षेत्र में हिंसक चरपमंथ और आतंकवाद का मुकाबला कैसे करना है.' अमेरिकी राष्ट्रपति से इस इंटरव्यू के दौरान भारत-अमेरिका संबंध, आतंकवाद और पेरिस जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन के नतीजे सहित कई मुद्दों पर सवाल किए गए.

आतंकी हमले की निंदा, जवानों को सलाम
पठानकोट में आतंकी हमले को लेकर ओबामा ने कहा, 'हम हमले की निंदा करने, और जिंदगियों के नुकसान को रोकने के लिए लड़ने वाले जवानों को सलाम करने व पीड़ितों तथा उनके परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करने में भारत के साथ खड़े हैं. इस तरह की त्रासदियां इस बात को रेखांकित करती हैं कि अमेरिका और भारत को आतंकवाद से लड़ने में ऐसी निकटवर्ती साझेदारी को क्यों जारी रखना चाहिए.'

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ओबामा का मानना है कि नवाज शरीफ ने स्वीकारा है कि पाकिस्तान में असुरक्षा उसकी खुद की स्थिरता और इस क्षेत्र के लिए खतरा है. दिसंबर 2014 में पेशावर स्कूल नरसंहार के बाद उन्होंने सभी आतंकवादियों को निशाना बनाने का संकल्प लिया था.

'पाकिस्तान के भीतर आतंकवाद लगातार जारी है'
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'यह सही नीति है. इसके बाद से हमने देखा है कि पाकिस्तान ने कई ऐसे समूहों के खिलाफ कार्रवाई की. हमने देखा है कि पाकिस्तान के भीतर आतंकवाद लगातार जारी है, जैसे कि उत्तर पश्चिम पाकिस्तान में विश्वविद्यालय पर हालिया हमला हुआ है.' अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उनका अब भी मानना है कि पाकिस्तान अपने क्षेत्र से गतिविधियां संचालित करने वाले आतंकवादी समूहों के खिलाफ और अधिक प्रभावी ढंग से कार्रवाई कर सकता है और उसे अवश्य करनी चाहिए.'

इंटरव्यू के दौरान ओबामा ने आगे कहा, 'पाकिस्तान के पास यह दिखाने का मौका है कि वह आतंकवादी नेटवर्कों को अवैध ठहराने, बाधित करने और तबाह करने को लेकर गंभीर है. उस क्षेत्र और दुनिया भर में सुरक्षित शरणस्थलियों को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए और आतंकवादियों को न्याय के जद में लाना चाहिए.'

'भारत-अमेरिका ने निकटवर्ती संबंध विकसित किए'
भारत-अमेरिका संबंध के इस सदी की निर्णायक साझेदारी होने के अपने विश्वास को फिर से प्रकट करते हुए ओबामा ने कहा, 'मोदी ने मजबूत साझेदारी के लिए अपने उत्साह को साझा किया और हमने मित्रता और निकटवर्ती कामकाजी संबंध विकसित कर लिया है. इसमें हमारे कार्यालयों के बीच नई सुरक्षित लाइन पर हमारी बातचीत भी शामिल हैं.' यह पूछे जाने पर कि क्या इस संबंध ने अपनी पूर्ण क्षमता को हासिल कर लिया है तो उन्होंने कहा, 'निश्चित तौर पर नहीं.'

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फ्रांस ने भी की हमले की निंदा
दूसरी ओर, पठानकोट हमले पर भारत को फ्रांस का भी साथ मिला है. भारत के दौरे पर आए फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने पठानकोट आतंकी हमले और भारत में पाकिस्तान से पोषित आतंकी हमले के बारे में एक सवाल के जवाब में कहा, ‘फ्रांस कठोर शब्दों में पठानकोट आतंकी हमले की निंदा करता है. भारत ने ऐसे हमलों को अंजाम देने वालों को न्याय के कटघरे में खड़ा करने की उचित मांग की है.’

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