
पाकिस्तान के आतंकवाद और सीमा पर तनाव को लेकर तो अक्सर खबरें आती हैं. लेकिन इस बार पाकिस्तान की तरफ से हैरान करने वाली शिकायत सामने आई है. पाकिस्तान ने अपनी सीमा में धुंध के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया है.
पाकिस्तानी अधिकारियों ने इसके पीछे भारतीयों किसानों को बताया है. उनका मानना है कि भारत में किसान जो अपने खेतों में पयाली जलाते हैं उसका असर पाकिस्तान की फिजाओं में दिखाई देता है.
पाकिस्तानी अधिकारियों ने दावा किया है कि भारतीय किसानों द्वारा पयाली जलाने से उनके पंजाब प्रांत में घने धुंध के बादल छाते हैं.
समाचार एजेंसी के मुताबिक, पंजाब प्रांत के पर्यावरण संरक्षण विभाग के अधिकारी ने शनिवार रात बताया कि इस धुंध के कारण पंजाब के विभिन्न निवासियों को कई प्रकार की बीमारियां हो रही हैं और राज्य सरकार इस स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए कदम उठा रही है.
पर्यावरण संरक्षण विभाग की मंत्री जाकिया शाह नवाज खान ने कहा कि धुंध हमारे प्रांत में दो सप्ताह से आ रहा है और आने वाले सप्ताह में भी इसके बने रहने की आशंका है.
उन्होंने कहा कि भारतीय खेतों से पयाली का धुआं सात से आठ किलोमीटर प्रति घंटे की गति से पंजाब तक पहुंच चुका है, जिसके परिणामस्वरूप प्रांत में घने धुंध के बादल छाए हैं.
विशेषज्ञों ने कहा- बढ़ा प्रदूषण
पाकिस्तान के विशेषज्ञों ने बताया है कि लाहौर में कुल वायु गुणवत्ता सूचकांक 357 है, जबकि अधिकतम सीमा 100 के आसपास है. उन्होंने चेताया कि अगर इस पर नियंत्रण नहीं किया जाता है तो आने वाले दिनों में इसके उच्चतम स्तर 500 पर पहुंचने की आशंका है.
पर्यावरण विभाग के एक अधिकारी सईद मुबाशिर हुसैन ने कहा कि प्रांतीय सरकार ने पूरे प्रांत में पयाली जलाने पर प्रतिबंध लगा दिया है और इसका उल्लंघन करने वालों को गिरफ्तार किया जा रहा है.
इस आदेश का उल्लंघन करने वाले कुल 197 के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और 65 लोगों को पयाली और ठोस अपशिष्ट जलाने को लेकर गिरफ्तार किया गया है. प्रदूषण करने वाली करीब 175 इकाइयां बंद कर दी गई हैं. साथ ही धुआं उत्सर्जित करने वाले 15,718 वाहनों को जब्त कर लिया गया है. अलग-अलग लोगों पर करीब 43 लाख पाकिस्तानी रुपये का जुर्माना लगाया गया है.