
पाकिस्तानी सेना के प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने नियंत्रण रेखा से सटे मुजफ्फराबाद सेक्टर का दौरा किया. पाकिस्तानी सेनाप्रमुख का यह एक महीने के दरम्यान तीसरा एलओसी दौरा है. इससे पहले जब भी बाजवा एलओसी पर सैनिकों से मिले हैं तब पाक सेना ने कोई न कोई बड़ी घटना को अंजाम दिया है. पिछली बार बाजवा के सैनिकों से मिलने के बाद पुंछ के कृष्णा घाटी में दो भारतीय सैनिकों पर हमला कर पाकिस्तानी सैनिकों ने उनके शव को क्षत विक्षत कर दिया था.
मुजफ्फराबाद सेक्टर के दौरे में बावजा को स्थानीय कमांडर ने नियंत्रण रेखा पर बदस्तूर जारी संघर्षविराम उल्लंघन और अपनी तैयारियों का ब्यौरा दिया. पाक सैनिकों ने जहां भारतीय सेना की तरफ से की गई गोलीबारी का बराबर जवाब देने की बात कही, वहीं सेना प्रमुख बाजवा ने इस दौरान सैनिकों से बातचीत में उसकी तैयारियों और संकट के समय दिख गए उनके जज्बे की सराहना की.
सेना प्रमुख ने यहां कहा कि देश के सामने खड़ी सुरक्षा चिंता से हम अवगत हैं और सभी मोर्चों पर हर तरह के खतरे से निपटने में पूरी तरह सक्षम हैं. जरनल बाजवा ने इस दौरान जम्मू कश्मीर में प्रदर्शन और पत्थरबाजी कर रहे कश्मीरी युवकों का समर्थन किया और कहा कि वे 'कश्मीरी भाइयों के आत्मनिर्णय के अधिकार' का समर्थन करते हैं.
बता दें कि यहां हमेशा माना जाता रहा है कि कश्मीर घाटी में गर्मियों में फैलाई जाने वाली गड़बड़ी के तार सरहद पार बैठे स्पॉन्सर्स से जुड़े होते हैं. इंडिया टुडे के स्टिंग 'ऑपरेशन हुर्रियत' में भी पत्थरबाजों के धूर्त फाइनेंसर्स बेनकाब हुए थे. इसमें कश्मीरी अलगाववादी नेता ने पहली बार ऑन रिकॉर्ड पाकिस्तान से फंडिंग का खुलासा किया है.