
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने यह बात कबूल की है कि लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जैश-ए-मुहम्मद (JeM) जैसे अंतरराष्ट्रीय रूप से प्रतिबंधित आतंकी संगठन पाकिस्तान की जमीन से संचालित हो रहे हैं.
आसिफ ने कहा कि ब्रिक्स की घोषणा को चीन का आधिकारिक नजरिया नहीं माना जा सकता, क्योंकि चीन के अलावा भारत, रूस, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका जैसे देश भी इस संगठन के सदस्य हैं.
उन्होंने चीन की इस बात के लिए तारीफ भी की कि उसने ब्रिक्स घोषणा में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के नाम को भी रेखांकित किया गया है जो अफगानिस्तान से संचालित हो रहा है और पाकिस्तान में कई आतंकी हमले करने में इसका हाथ है.
गौरतलब है कि पहले के कई ब्रिक्स सम्मेलन में भी भारत ने उक्त आतंकी संगठनों का नाम शामिल कराने की कोशिश की थी, लेकिन चीन के विरोध की वजह से ऐसा नहीं हो पाया था. इस बारे में सवाल पर आसिफ ने कहा, 'दोस्तों को हर समय इम्तहान नहीं लिया जाता, खासकर बदले हुए परिदृश्य में.'
उन्होंने कहा, 'हमें लश्कर और जैश की गतिविधियों पर कुछ अंकुश लगाना होगा ताकि वैश्विक समुदाय को यह दिखा सकें कि हमने अपना घर दुरुस्त किया है.'