
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विदेशी मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा कि उनका मुल्क भारत के साथ शांति वार्ता बहाल करने के लिए बेचैन नहीं है. सोमवार को मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि अजीज ने अपने बयान में हालांकि यह जरूर जोड़ा कि यदि एशिया में शांति देखना है तो सबसे पहले समन्वय स्थापित करना होगा.
पाकिस्तान के अखबार 'डॉन' के मुताबिक, अजीज ने कहा कि बीते जनवरी महीने में पठानकोट स्थित वायुसेना अड्डे पर हमले के बाद जब दोनों देशों के बीच वार्ता स्थगित हो गई तो इस संदर्भ में पूरा घटनाक्रम खत्म हो गया. अजीज ने यह भी कहा कि भारत ने पाकिस्तान के साथ वार्ता और सद्भावना के लिए अवसर की खिड़की कभी नहीं खोली.
'हमने लिया था वार्ता शुरू करने का निर्णय, लेकिन...'
एक टीवी इंटरव्यू में अजीज ने कहा, 'यह कहने में बड़ी विचित्र चीज लगती है कि बीते नौ दिसंबर को यहां निर्णय लिया गया कि वार्ता फिर से शुरू होगी. इसके बाद पठानकोट में घटना हुई और सारी चीजें हवा में उड़ गईं.' इस दौरान उन्होंने भारत के रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर के बयान का भी जिक्र किया, जिसमें पर्रिकर ने कहा था कि पाकिस्तान के साथ वार्ता और सद्भावना की खिड़की धीरे-धीरे बंद हो रही है.
'कश्मीर समेत सभी मुद्दों पर हो बात'
गौरतलब है कि भारतीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा था कि पाकिस्तान अच्छे और बुरे आतंकवादियों को अलग-अलग देखता है. अजीज ने कहा, 'वे कहते हैं कि अगर हम आतंकवाद पर कुछ प्रगति करते हैं तो वे वार्ता करेंगे, लेकिन हम कहते हैं कि उन्हें कश्मीर समेत सभी मुद्दों पर बात करनी चाहिए.' उन्होंने आगे कहा कि पूरी दुनिया इस बात पर सहमत है कि भारत और पाकिस्तान के बीच समग्र वार्ता होनी चाहिए.