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मुशर्रफ का कुबूलनामा- 'आई लव लश्कर... हाफिज, कश्मीर में इंडियन आर्मी को कुचलना मकसद'

मुशर्रफ ने कहा, 'मैं लश्कर का सबसे बड़ा समर्थक हूं और मैं जानता हूं कि वे मुझे पसंद करते हैं. जमात उद दावा भी मुझे पसंद करता है.' जब मुशर्रफ से ये पूछा गया कि क्या वे हाफिज सईद को भी पसंद करते हैं, पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह का जवाब 'हां' में था. मुशर्रफ ने स्वीकार किया कि वे हाफिज सईद से मिले हैं.

परवेज मुशर्रफ और हाफिज सईद परवेज मुशर्रफ और हाफिज सईद
नंदलाल शर्मा
  • इस्लामाबाद ,
  • 29 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 11:05 AM IST

पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह परवेज मुशर्रफ का आतंक समर्थक होने का चेहरा एक बार फिर बेनकाब हो गया है. एक पाकिस्तानी चैनल को दिए साक्षात्कार में मुशर्रफ ने खुलकर कहा कि उन्हें लश्कर ए तैयबा से मोहब्बत है और लश्कर और जमात उद दावा भी उन्हें चाहते हैं.

परवेज मुशर्रफ ने कहा कि वे हाफिज सईद से मिले हैं और कश्मीर में उनकी भूमिका है. मुशर्रफ ने आगे कहा कि मैं हमेशा से कश्मीर में भारतीय सेना को कुचलना चाहता था.

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13 साल पहले गांगुली से मुशर्रफ ने कहा था, भारत-PAK में जंग छिड़ जाएगी!

एक सवाल के जवाब में मुशर्रफ ने कहा, 'मैं लश्कर का सबसे बड़ा समर्थक हूं और मैं जानता हूं कि वे मुझे पसंद करते हैं. जमात उद दावा भी मुझे पसंद करता है.' जब मुशर्रफ से ये पूछा गया कि क्या वे हाफिज सईद को भी पसंद करते हैं, पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह का जवाब 'हां' में था. मुशर्रफ ने स्वीकार किया कि वे हाफिज सईद से मिले हैं.

बता दें कि पाकिस्तान में इस समय भारी उठापटक चल रही है. जमात उद दावा का सरगना हाफिज सईद एक बार फिर बाहर आ गया है. पाकिस्तान सरकार उसके खिलाफ कोई सबूत पेश नहीं कर पाई और कोर्ट ने उसकी नजरबंदी को आगे बढ़ाने से मना कर दिया. इस बीच धार्मिक कट्टरपंथियों ने पाकिस्तान सरकार के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन किया है और उन्हें हटाने के लिए सरकार के सेना की मदद लेनी पड़ी.

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हाफिज सईद की रिहाई पर अमेरिका ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी और पाकिस्तान सरकार से उसे गिरफ्तार करने को कहा, लेकिन पाकिस्तान पर इसका कोई असर नहीं हुआ है. हाफिज को पंजाब सरकार ने आतंकवाद रोधी कानून 1997 के तहत 31 जनवरी को सईद और उसके चार सहयोगियों को 90 दिनों के लिए हिरासत में लिया था.

सईद के साथ उसके साथी अब्दुल्ला उबैद, मलिक जफर इकबाल, अब्दुल रहमान आबिद और काजी काशिफ हुसैन को हिरासत में लिया गया था. प्रांतीय सरकार ने लोक सुरक्षा कानून के तहत उन्हें हिरासत में लिया था.

1 करोड़ डॉलर का ईनामी है हाफिज

गौरतलब है कि अमेरिका ने सईद के सिर पर एक करोड़ रुपये डॉलर का इनाम रखा है. 10 महीने तक नजरबंद रखे जाने के बाद उसे रिहा कर दिया गया. पाकिस्तान सरकार ने उसे किसी भी दूसरे मामले में हिरासत में ना रखने का फैसला किया है, जिससे 2008 के मुंबई हमले के गुनहगारों को सजा दिलाने की भारत की कोशिशें प्रभावित होगी.

मई 2008 में अमेरिकी वित्त विभाग ने सईद को एक वैश्विक आतंकी घोषित किया था. शनिवार को अमेरिका ने पाकिस्तान से सईद को दोबारा नजरबंद करने की मांग की थी.

रिहाई के बाद हाफिज ने दिखाई हेकड़ी

नजरबंदी खत्म होने के बाद हाफिज सईद ने एक बार फिर अपने पुराने राग अलापे थे. उसने अपनी रिहाई को सभी को मुबारकबाद दी. साथ ही कहा कि कश्मीर आजाद होकर रहेगा और भारत मेरे पीछे पड़ा हुआ है. उसका कहना था कि मेरी रिहाई के बाद भारत को शर्मिंदा होना पड़ रहा है.

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