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आखिर क्यों टिकी है PM मोदी और ट्रंप की पहली मुलाकात पर दुनिया की निगाह

अधिकारियों ने बताया कि अमेरिका दौरे के समय 26 जून को पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात पर विशेष फोकस रहेगा. हालांकि ट्रंप प्रशासन का मानना है कि अमेरिका और भारत के रिश्ते कभी ज्यादा मजबूत नहीं रहे हैं.

पीएम मोदी और अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पीएम मोदी और अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
राम कृष्ण
  • नई दिल्ली/वॉशिंगटन,
  • 22 जून 2017,
  • अपडेटेड 11:14 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पहली मुलाकात पर दुनिया भर की निगाह टिकी हुई है. पीएम मोदी 24 जून को शाम तक अमेरिका पहुंचेंगे, जहां वह 25 जून को दिग्गज कंपनियों के कार्यकारी अधिकारियों से मुलाकात करेंगे और भारतीय समुदाय के नेताओं को संबोधित करेंगे. इस दौरान वाशिंगटन में भारतीय राजदूत नवतेज सरना एक कार्यक्रम की मेजबानी करेंगे, जिसमें भारतीय समुदाय के करीब छह सौ नेता शिरकत करेंगे. पीएम मोदी पुर्तगाल की यात्रा के बाद अमेरिका पहुंचेंगे. इसके बाद 27 जून को नीदरलैंड के लिए रवाना हो जाएंगे.

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अधिकारियों ने बताया कि अमेरिका दौरे के समय 26 जून को पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात पर विशेष फोकस रहेगा. हालांकि ट्रंप प्रशासन का मानना है कि अमेरिका और भारत के रिश्ते कभी ज्यादा मजबूत नहीं रहे हैं. ट्रंप प्रशासन की ओर से यह बात अमेरिकी कांग्रेस में भी कही जा चुकी है. अमेरिका को लगता है कि उसका हित सिर्फ भारत से ही नहीं, बल्कि पूरे एशिया से जुड़ने पर है. बुधवार को ट्रंप प्रशासन के पहले बजट प्रस्ताव के दौरान विदेश विभाग ने कहा कि भारत की गतिशील अर्थव्यवस्था और मध्य एशिया के ऊर्जा संसाधन भविष्य में वैश्विक समृद्धि में अहम भूमिका निभा सकते हैं.

पीएम मोदी का यह दौरा उस समय आया है, जब अमेरिका और भारत के बीच जलवायु परिवर्तन, H1B वीजा, व्यापार और निवेश समेत कई मुद्दों पर मतभेद उपजे हैं. ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह पहला अमेरिकी दौरा है. हालांकि इससे पहले मोदी और ट्रंप के बीच फोन पर कई बार बातचीत हो चुकी है. मोदी ने राष्ट्रपति बनने पर ट्रंप को बधाई दी थी. इसके बाद ट्रंप ने मोदी को उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में बीजेपी की जीत पर बधाई दी थी. ट्रंप तमाम मतभेदों के बावजूद आतंकवाद समेत कई मुद्दों पर भारत का समर्थन भी कर चुके हैं. इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और मोदी के बीच रिकार्ड आठ बार मुलाकात हुई थी.

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