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UAE का पहला मार्स मिशन जापान से लान्च, फरवरी में कक्षा में प्रवेश की उम्मीद

संयुक्त अरब अमीारत का पहला मार्श मिशन लॉन्च हो गया है. लॉन्चिंग के दौरान एक लाइव फीड में रॉकेट को मानव रहित जांच करते हुए दिखाया गया, जिसे अरबी में अल-अमल के रूप में जाना जाता है, दक्षिणी जापान के तनेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से इसे प्रक्षेपित किया गया.

UAE का पहला मार्स मिशन लॉन्च (फोटो-ट्विटर) UAE का पहला मार्स मिशन लॉन्च (फोटो-ट्विटर)
aajtak.in
  • तनेगाशिमा,
  • 20 जुलाई 2020,
  • अपडेटेड 6:36 AM IST

  • रॉकेट को मानव रहित जांच करते हुए दिखाया गया
  • जापान के तनेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित हुआ
अरब स्पेस मिशन ने आखिरकार आज सोमवार को मंगल ग्रह के लिए अपना मार्स मिशन 'होप' को लॉन्च कर दिया. हालांकि इसकी लॉन्चिंग में मौसम की वजह से देरी हुई.

समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार, लॉन्चिंग के समय दौरान एक लाइव फीड में रॉकेट को मानव रहित जांच करते हुए दिखाया गया, जिसे अरबी में "अल-अमल" के रूप में जाना जाता है, दक्षिणी जापान के तनेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किया गया.

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रॉकेट निर्माता मित्सुबीशी हेवी इंडस्ट्रीज ने लॉन्च के तुरंत बाद जारी एक बयान में कहा कि हमने H-IIA व्हिकल नंबर 42 (H-IIA F 42) से अमीरात मार्स मिशन (EMM) होप स्पेस क्रॉफ्ट को स्थानीय जापानी समय शाम 6.58.14 पर (रात 9.58, GMT) लॉन्च कर दिया. प्रक्षेपण के पांच मिनट बाद, रॉकेट अपनी उड़ान के पहले पृथक्करण को अंजाम दे रहा था.

समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस के अनुसार, संयुक्त अरब अमीरात का कहना है कि इसकी अंतरिक्ष जांच काम कर रही है और मार्स के लिए लॉन्चिंग के बाद संकेत भेज रही है.

एमिरती परियोजना मंगल ग्रह के लिए तीन रेसिंग में से एक है, जिसमें चीन से तियानवेन -1 और संयुक्त राज्य अमेरिका से मंगल 2020 शामिल है, एक ऐसी अवधि का लाभ उठाते हैं जब पृथ्वी और मंगल निकटतम हैं.

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अक्टूबर में हो जाएगा छोटा

नासा के अनुसार, अक्टूबर में मंगल ग्रह पृथ्वी से तुलनात्मक रूप से 38.6 मिलियन मील (62.07 मिलियन किलोमीटर) छोटा होगा.

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अगले साल फरवरी 2021 में सात अमीरातों के गठबंधन यानी यूएई के एकीकरण की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर 'होप' के मंगल ग्रह की कक्षा तक पहुंचने की उम्मीद है.

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इस साल के लिए निर्धारित दो अन्य मंगल उपक्रमों के विपरीत, यह लाल ग्रह पर नहीं उतरेगा, बल्कि इसके बजाए इसे पूरे मार्टियन वर्ष या 687 दिनों के लिए परिक्रमा करेगा.

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