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जानें कौन हैं शाहिद खाकान, जिन पर नवाज शरीफ ने बुरे वक्त में किया भरोसा

शुक्रवार को पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट की ओर से पनामा पेपर्स मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद नवाज शरीफ ने पीएम पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद शुक्रवार को ही उनके छोटे भाई शहबाज शरीफ को देश का अगला पीएम बनाने का फैसला किया.

शाहिद खाकान अब्बासी शाहिद खाकान अब्बासी
राम कृष्ण
  • इस्लामाबाद,
  • 29 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 11:45 AM IST

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की अध्यक्षता में शनिवार को पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) की बैठक में शाहिद खाकान अब्बासी को देश का अंतरिम पीएम बनाए जाने का फैसला लिया गया है. शरीफ के बेहद करीबी माने जाने वाले अब्बासी उनकी मंत्रिमंडल में पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक संसाधन मंत्री भी रहे हैं. वह सिर्फ 45 दिन तक इस पद पर रहेंगे. अब उनको पीएम पद की शपथ लेने से पहले नेशनल एसेंबली में विश्वास मत हासिल करना होगा.

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शुक्रवार को पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट की ओर से पनामा पेपर्स मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद नवाज शरीफ ने पीएम पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद शुक्रवार को ही उनके छोटे भाई शहबाज शरीफ को देश का अगला पीएम बनाने का फैसला किया. हालांकि वह पाकिस्तानी संसद के निचले सदन के सदस्य नहीं हैं, जिसकी वजह से वह फौरन प्रधानमंत्री नहीं बन सकते हैं. लिहाजा इस दौरान शाहिद खाकान अब्बासी अंतरिम पीएम रहेंगे.

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अब सवाल यह उठता है कि आखिर अब्बासी कौन हैं, जिन पर नवाज शरीफ ने इतने बुरे वक्त में यकीन किया और पीएम की कुर्सी पर बैठाने का ऐलान कर दिया? अब्बासी का जन्म 27 दिसंबर 1958 को पाकिस्तान के मुरी में हुआ था और उन्होंने कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी और जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की. वह जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री हासिल कर चुके हैं. वह साल 1997 से 1999 तक पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के चेयरमैन भी रहे.

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इसी दौरान जनरल परवेज मुशर्रफ ने तख्ता पलट कर दिया था और नवाज शरीफ सरकार सत्ता से बाहर हो गई थी. अब्बासी को भी गिरफ्तार करके दो साल तक जेल में रखा गया था. हालांकि साल 2001 में अदालत ने उनको बरी कर दिया था. वह मौजूदा समय में प्राइवेट एयरलाइन 'एयर ब्लू' के सीईओ भी हैं. वह साल 1988 में PML-N की सीट से पहली बार चुनकर नेशनल एसेंबली पहुंचे थे. वह साल 2013 में छठवीं बार नेशलन एसेंबली के सदस्य चुने गए.

 

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