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जेल में गैंगस्टर दूल्हा, बिना इस रस्म के ससुराल में नहीं हो सकी लेडी डॉन दुल्हन की एंट्री... कोर्ट के आदेश ने बिगाड़ा गेम

जेल सूत्रों के मुताबिक काला जठेड़ी अपनी शादी को लेकर बहुत खुश था. शादी के लिए कोर्ट से मिली छह घंटे की रिहाई के बाद अगले दिन यानी 13 मार्च को काला जठेड़ी को गृह प्रवेश के लिए अपने गांव जठेड़ी जाना था. लेकिन उसी दिन अदालत ने अपना फैसला वापस ले लिया.

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काला जठेड़ी और अनुराधा को अब गृह प्रवेश की इजाजत का इंतजार है
काला जठेड़ी और अनुराधा को अब गृह प्रवेश की इजाजत का इंतजार है

Gangster Kala Jathedi weds Lady Don Anuradha Choudhary: दिल्ली की मंडोली जेल में बंद गैंगस्टर संदीप उर्फ काला जठेड़ी की शादी के बाद जेल में बंद कैदियों और वहां के सारे स्टाफ का मुंह मीठा कराया गया. हालांकि विरोधी गैंग के खतरे को देखते हुए शादी का वैसा जश्न नहीं मनाया गया, जैसा काला जठेड़ी चाहता था. उधर, शादी के बाद काला जठेड़ी की पत्नी अनुराधा चौधरी ससुराल में नहीं, बल्कि ससुराल के पड़ोस में अपने एक रिश्तेदार के घर पर रह रही है. और इसके पीछे गृह प्रवेश से जुड़ी एक परम्परा बताई जा रही है.

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हाई रिस्क प्रिजनर्स सेल
तिहाड़ की तीन जेलों में से ये एक मंडोली जेल है. जिन कैदियों को ज्यादा खतरा होता है या जिनसे बाकी कैदियों को ज्यादा खतरा होता है, उन्हें इस जेल की हाई रिस्क प्रिजनर्स सेल में रखा जाता है. वो भी अलग-अलग और अकेले. मंडोली की जेल नंबर 15 में ऐसे कुल 250 सेल हैं. इन 250 सेल में से ठीक आधे यानी सवा सौ सेल में सवा सौ अलग-अलग कैदी कैद हैं. और इन्ही कैदियों में से एक है संदीप उर्फ काला जठेड़ी. मंडोली के हाई रिस्क सेल में एक अलग सेल में बंद वो भी अकेले.

जेल स्टाफ और कैदियों को खिलाई मिठाई!
12 मार्च यानी मंगलवार को द्वारका के इसी बैंक्वेट हॉल में शादी संपन्न होने के बाद काला जठेड़ी मंडप में ही अपनी दुल्हन अनुराधा को छोड़ कर अकेला शाम ठीक साढ़े पांच बजे मंडोली जेल वापस लौटा था. सूत्रों के मुताबिक शादी में जाने से पहले सुबह कई जेल स्टाफ और कैदियों ने काला जठेडी को बाकायदा शादी की बधाई दी थी. फिर शाम को जब वो शादी कर वापस जेल लौटा, तो बाकायदा जेल में मिठाइयां भी बंटी. जेल स्टाफ और कैदियों का मुंह मीठा किया गया.

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मिठाई बंटने की बात से जेल अधिकारियों का इनकार
हालांकि मंडोली जेल ऑफिशियल ने आजतक से बातचीत में कहा कि शादी से पहले या शादी के बाद जेल के अंदर कोई भी ऐसी चीज नहीं हुई, जो जेल मैनुअल के खिलाफ हो. जेल ऑफिशियल शादी की खुशी में मुंह मीठा कराने की बात से भी इनकार कर रहे थे. उनका कहना था कि शाम को शादी से लौटने के बाद जेल मैनुअल के हिसाब से ठीक शाम सात बजे काला जठेड़ी को सिर्फ वही खाना दिया गया, जिसकी जेल मैनुअल इजाजत देती है या जो उस दिन के खाने का मेन्यू था. 

हाई रिस्क सेल में अकेला बंद है काला जठेड़ी
जेल अधिकारियों ने काला जठेड़ी की शादी को लेकर जेल के अंदर किसी तरह की पार्टी या मिठाई बांटे जाने की बात से साफ इनकार किया. जेल अधिकारी के मुताबिक काला जठेड़ी को जब से गिरफ्तार किया गया है, तब से उसे मंडोली के हाई रिस्क वाले एक सेल में अकेला रखा गया है. पूरे दिन में 15 मिनट के लिए हाई रिस्क सेल में बंद सभी कैदियों को सेल से बाहर निकाला जाता है. लेकिन जेल ऑफिशियल के मुताबिक काला जठेड़ी को कभी सेल से बाहर नहीं निकाला गया. क्योंकि जेल के अंदर उस पर हमले की सबसे ज्यादा आशंका है.

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मंडोली जेल में ही बंद है काला जठेड़ी के दुश्मन
मंडोली जेल में कुल मिलाकर इस वक़्त 3700 कैदी बंद हैं. इनमें हाई प्रोफाइल कैदियों में काला जठेड़ी, राजेश बवाना, रोहित, छेनू, हाशिम बाबा और अलग-अलग गैंग के कई छंटे हुए गैंगस्टर बंद हैं. इनमें उन गैंग के लोग भी शामिल हैं, जो लॉरेंस बिश्नोई और काला जठेड़ी के जानी दुश्मन हैं. तिहाड़ के अंदर टिल्लू ताजपुरिया और गैंगस्टर प्रिंस तेवतिया की हत्या के बाद ऐसे तमाम गैंगस्टर्स की सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है. क्योंकि टिल्लू ताजपुरिया के क़त्ल के बाद बाकायदा कोर्ट ने भी तिहाड़ के जिम्मेदार अफसरों को जम कर लताड़ा था. 

24 घंटे सेल में ही बंद रहता है काला जठेड़ी 
जेल स्टाफ के मुताबिक अगर मंडोली जेल की बात हो, तो इस वक़्त इस जेल का सबसे हाई प्रोफाइल कैदी नंबर वन कोई और नहीं बल्कि काला जठेड़ी ही है. इसीलिए उसे चौबीसों घंटे उसके ही सेल में बंद रखा जाता है. उसे बाकी कैदियों से ना घुलने मिलने दिया जाता है और ना ही बाकी कैदियों को कभी उसके करीब आने दिया जाता है.

अदालत ने नहीं दी गृह प्रवेश की इजाजत
जेल सूत्रों के मुताबिक काला जठेड़ी अपनी शादी को लेकर बहुत खुश था. शादी के लिए कोर्ट से मिली छह घंटे की रिहाई के बाद अगले दिन यानी 13 मार्च को काला जठेड़ी को गृह प्रवेश के लिए अपने गांव जठेड़ी जाना था. जिसके लिए भी कोर्ट ने उसे सुबह दस बजे से एक बजे तक यानी तीन घंटे के लिए पैरोल दी थी. शादी के दौरान काला जठेड़ी और अनुराधा ने गृह प्रवेश की तैयारियों को लेकर बात भी की थी. लेकिन शाम को जैसे ही काला जठेड़ी जेल पहुंचा, जेल अधिकारी ने उसे खबर दी कि गृह प्रवेश के लिए तीन घंटे की पैरोल के फैसले को अदालत ने फिलहाल वापस ले लिया है. 

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कानून व्यवस्था बिगड़ने की चिंता
क्योंकि हरियाणा पुलिस ने 13 मार्च को गृह प्रवेश के दौरान काला जठेड़ी के गांव पहुंचने के दौरान कानून व्यवस्था को लेकर अपनी चिंता जताई थी. हरियाणा पुलिस की तरफ से कोर्ट में कहा गया था कि गृह प्रवेश के दौरान इतने सारे लोगों के बीच काला जठेड़ी और उसकी पत्नी की सुरक्षा में कई दुश्वारियां हैं. हरियाणा पुलिस के हाथ खींच लेने के बाद कोर्ट ने 13 मार्च को पेरोल के अपने फैसले को तो वापस ले लिया, पर जठेड़ी के वकील की दलील पर कोर्ट ने 16 मार्च को अगली सुनवाई की तारीख दे दी. यानी अब 16 मार्च को ये तय होगा कि शादी के बाद काला जठेड़ी को गृह प्रवेश के लिए भी पैरोल मिलेगी या नहीं.

हरियाणा पुलिस ने खड़े किए हाथ
दरअसल, हरियाणा पुलिस ने गृह प्रवेश के लिए जठेड़ी गांव में काला जठेड़ी को सुरक्षा देने में अपनी असमर्थता के पीछे दो वजह बताई थी. पहली किसान आंदोलन और दूसरी हरियाणा में तब राजनीतिक उथल पुथल थी. सरकार का चेहरा बदलने जा रहा था. हरियाणा पुलिस के मुताबिक किसान आंदोलन के मद्देनजर राज्य की पुलिस का एक बड़ा हिस्सा उसी को लेकर कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए तैनात किया गया है. ऐसे में पुलिस की पर्याप्त सुरक्षा जठेड़ी गांव में फिलहाल नहीं दी जा सकती.

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अदालत से करेंगे पैरोल की मांग
उधर, 12 मार्च को शादी के बाद जठेड़ी के घरवालों के साथ अनुराधा अपने ससुराल पहुंच गई है. लेकिन जठेड़ी गांव में वो अपने पति यानी काला जठेड़ी के घर में रहने के बजाय पड़ोस के एक रिश्तेदार के घर में रह रही है. इसकी वजह एक परंपरा है. परंपरा ये कि शादी के बाद जब दुल्हन पहली बार अपने ससुराल में कदम रखती है, तो पति उसके साथ होता है. लेकिन अनुराधा के केस में ऐसा नहीं था. क्योंकि काला जठेड़ी तो मंडप से ही जेल पहुंच गया था. सूत्रों के मुताबिक अब इसी परंपरा का हवाला देकर 16 मार्च को अनुराधा के वकील अदालत से गृह प्रवेश के लिए कुछ घंटों की पैरोल पर जठेड़ी की रिहाई की मांग करेंगे. क्योंकि जब तक काला जठेड़ी साथ नहीं होगा, उसकी पत्नी होने के बावजूद अनुराधा अपने ससुराल में कदम नहीं रख सकती.

अदालत के फैसले का इंतजार
यानी कुल मिलाकर, डॉन और लेडी डॉन की शादी तो संपन्न हो गई. लेकिन दुल्हन के गृह प्रवेश का मामला अब भी लटका हुआ है. अब ये कोर्ट पर है कि काला जठेड़ी को शादी की इजाजत देने के बाद क्या वो उसे गृह प्रवेश के नाम पर पैरोल देगी? हालांकि अदालत का ये फैसला पूरी तरह से हरियाणा पुलिस के जवाब पर टिका होगा.

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शादी का एल्बम ऐसे आया सामने
सोशल मीडिया के इस जमाने में डॉन भी पब्लिसिटी की ताकत को बखूबी समझते हैं. शायद यही वजह है कि शादी के महज़ एक दिन बाद यानी 13 मार्च को जठेड़ी परिवार की ओर से शादी का अल्बम जारी कर दिया गया. वो अल्बम जिसमें काला जठेड़ी और उसकी दुल्हन अनुराधा चौधरी की शादी के लम्हें कैद थे. इस अल्बम में दोनों शादी से पहले संगीनों के साये में बैंक्वेट हॉल में एंट्री करते हुए दिखाई दिए. वो तस्वीर हट कर थी. क्योंकि आम तौर पर शादी के वक्त पर दूल्हा दुल्हन को घर परिवार के लोग मुहब्बत और नज़ाकत के साथ शादी के मंडप तक ले कर आते हैं, लेकिन चूंकि यहां दोनों का ताल्लुक जुर्म की दुनिया से है, दोनों को बुलेटप्रूफ जैकेट पहने हथियारबंद पुलिसवाले मंडप तक लेकर पहुंचे थे. 

कब होगा नई दुल्हन का गृह प्रवेश?
उस एल्बम में दोनों पुलिस की मौजूदगी में ही एक दूसरे जयमाला पहनाते हुए और जठेड़ी अनुराधा की मांग में सिंदूर भरते हुए दिखाई दिया. पारंपरिक गीत गाती घर की महिलाएं दिखीं, तो सात फेरे लेते दूल्हा-दुल्हन की तस्वीरें भी नजर आई. शादी के बाद दोनों अकेले बैठ कर एक दूसरे से बातें करते हुए नजर आए और फिर किसी भी दूसरी शादी की तरह आशीर्वाद और बधाइयों का सिलसिला नजर आया. और आखिर शादी के बाद वापस जेल लौटते हुए जठेड़ी की तस्वीर ने भी इस अल्बम में जगह बनाई. बहरहाल, शादी तो हो गई, अलबम भी बन गया. अब बस किसी बात का इंतजार है, तो वो है बहू को गृह प्रवेश के बाद ससुराल में एंट्री मिलने की.

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