हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के जाने- माने एक्टर अभय देओल, एक्टिंग के साथ जिंदादिली के लिए जाने जाते हैं. शुरुआत में अभय देओल ने कई बेहतरीन फिल्में कीं, लेकिन उनका मकसद फिल्में करके मशहूर होने का कभी नहीं रहा. बल्कि, अभय देओल शुरुआत से ही फेम और मीडिया को नापसंद करते थे. उनसे बचते थे. हाल ही में एक इंटरव्यू में इसके बारे में एक्टर ने खुलासा किया.
अभय देओल ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हुई वेब सीरीज 'ट्रायल बाय फायर' में नजर आए. अभय देओल ने कहा कि मैंने परिवार में बचपन से ही देखा था कि एक व्यक्ति के साथ अगर फेम जुड़ जाए, तो वह उसका क्या करती है. अभय देओल के अंकल धर्मेंद्र 1970 और 80 के दशक के मशहूर एक्टर रहे हैं. यहां तक कि अभय देओल के पिता भी फिल्मी जगत से जुड़े थे. बचपन से ही अभय ने फेम देखी है, लेकिन एक्टर का मानना है कि अगर आपके पास फेम होती है, तो प्राइवेसी की बैंड बज जाती है. आपके पास कुछ भी प्राइवेट नहीं रहता है. अभय देओल ने कहा कि मुझे फेम और मीडिया, दोनों से ही नफरत रही. स्कूल के दिनों में भी जब भी मेरे परिवार के बारे में न्यूजपेपर में कुछ लिखा जाता था, तो उसको लेकर काफी गॉसिप होती थी, जो मुझे बिल्कुल पसंद नहीं आती थी.
अभय देओल ने बयां किया किस्सा
अभय देओल ने कहा जब मैंने अनुराग कश्यप की फिल्म 'देव डी' की तो मैं शुरू से ही जानता था कि इस फिल्म को करने के बाद मैं फेमस होने वाला हूं. मेरा करियर इसके बाद पीक पर जाने वाला है, लेकिन मैं न्यूयॉर्क चला गया. मैं रियल लाइफ में भी फिल्म के कैरेक्टर में था. करीब एक साल तक मैं इस किरदार से बाहर ही नहीं आ पाया. मैंने रियल लाइफ में वह किया जो देव ने फिल्म में किया था. हर रोज मैं पागलों की तरह दारू पीता रहा. समझ ही नहीं आता था कि मैं क्या कर रहा हूं. रोज की रियल लाइफ देव जैसी ही हो गई थी. फिर बाद में मैंने खुद को झटका दिया और रियल लाइफ में किरदार से बाहर आया. न्यूयॉर्क से लौटा और काम पर फोकस करना शुरू किया. कुछ और नए किरदार देखे, पढ़े और काम किया.
अभय देओल 'ट्रायल बाय फायर' में काफी इंटेंस लुक में नजर आ रहे हैं. वेब सीरीज में अभय देओल, राजश्री देशपांडे के साथ लीड रोल में हैं. यह शो दिल्ली के उपहार सिनेमा कांड पर आधारित है. वेब सीरीज नेटफ्लिक्स पर है. फैन्स इसपर मिक्स्ड रिस्पॉन्स दे रहे हैं.